सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा चीन, कार्बन उत्सर्जन में आ रही गिरावट: अध्ययन

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा चीन, कार्बन उत्सर्जन में आ रही गिरावट: अध्ययन

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा चीन, कार्बन उत्सर्जन में आ रही गिरावट: अध्ययन
Modified Date: August 21, 2025 / 02:38 pm IST
Published Date: August 21, 2025 2:38 pm IST

टालाटन (चीन), 21 अगस्त (एपी) चीन के सरकारी अधिकारियों ने पिछले महीने तिब्बती पठार के ऊंचाई वाले इलाके में एक स्थान दिखाया और दावा किया कि यह दुनिया का सबसे बड़ा सोलर फार्म होगा।

उन्होंने कहा कि इसका क्षेत्रफल 610 किलोमीटर होगा, जो अमेरिका के शिकागो शहर के बराबर है।

चीन दुनिया के किसी भी अन्य स्थान की तुलना में बहुत तेजी से सौर पैनल स्थापित कर रहा है और उसे इस क्षेत्र में निवेश करने का लाभ भी मिलना शुरू हो गया है।

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बृहस्पतिवार को जारी एक अध्ययन में बताया गया है कि देश का कार्बन उत्सर्जन एक साल पहले की तुलना में, इस वर्ष के पहले छह महीनों में एक प्रतिशत कम हो गया। अध्ययन में कहा गया है कि मार्च 2024 में कार्बन उत्सर्जन में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ था, जो जारी है।

लेकिन दुनिया में ग्रीनहाउस गैसों के सबसे बड़े उत्सर्जक चीन को वैश्विक जलवायु परिवर्तन को धीमा करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए कार्बन उत्सर्जन में और भी तेजी से कमी लाने की आवश्यकता होगी।

फिनलैंड में रहने वालीं अध्ययन की लेखिका तथा ऊर्जा एवं स्वच्छ वायु अनुसंधान केंद्र की प्रमुख विश्लेषक लॉरी माइलीविर्ता ने कहा कि चीन को 2060 तक कार्बन तटस्थता के अपने घोषित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए अगले 35 वर्षों में उत्सर्जन में औसतन तीन प्रतिशत की गिरावट की आवश्यकता होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘चीन को जल्द से जल्द तीन प्रतिशत उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचना होगा।’’

चीन में बिजली का इस्तेमाल बढ़ने के बावजूद उत्सर्जन में कमी आई है।

एपी जोहेब वैभव

वैभव


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