पाकिस्तान के बड़े शहरों में खराब हो रही कोविड-19 संबंधी स्थिति : अधिकारी

पाकिस्तान के बड़े शहरों में खराब हो रही कोविड-19 संबंधी स्थिति : अधिकारी

पाकिस्तान के बड़े शहरों में खराब हो रही कोविड-19 संबंधी स्थिति : अधिकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: October 22, 2020 10:21 am IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 22 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान में राजधानी इस्लामाबाद और देश के आर्थिक केंद्र कराची सहित बड़े शहरों में कोविड-19 से संबंधित स्थिति खराब हो रही है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि लोग सरकारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करना जारी रखते हैं तो सेवाएं बंद करनी पड़ सकती हैं।

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 736 नए मामले सामने आए हैं जिससे महामारी के कुल मामलों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 3,25,480 हो गई।

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प्रधानमंत्री के विशेष सहायक (स्वास्थ्य मामले) फैसल सुल्तान ने बुधवार को कहा कि कराची, हैदराबाद, मुल्तान, इस्लामाबाद, मुजफ्फराबाद और मीरपुर में स्थिति खराब होती जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि लोग स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का उल्लंघन करना जारी रखते हैं तो हमें वैसी ही स्थिति का सामना करना पड़ सकता है जो हमने इस साल जून में देखी थी। इस तरह की स्थिति उत्पन्न न हो, यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।’’

पाकिस्तान में 14 जून को महामारी का उच्च स्तर देखा गया था जब संक्रमण के 6825 मामले सामने आए थे।

सुल्तान ने कहा कि आगामी दो सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होंगे।

पाकिस्तान की कोरोना वायरस नियंत्रण इकाई ‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर’ ने बुधवार को चेतावनी कि यदि लोग स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का उल्लंघन जारी रखते हैं तो सेवा सेक्टर को दोबारा बंद करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं होगा।

इसके अनुसार यातायात क्षेत्र, बाजार, विवाह स्थल, रेस्तरां आदि वायरस के प्रसार वाले सर्वाधिक जोखिम वाले स्थान हैं।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस से 10 और लोगों की मौत के बाद देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6,702 हो गई है। इसके अलावा 591 मरीजों की स्थिति गंभीर है। मंत्रालय के अनुसार 309136 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं।

पाकिस्तान में सिंध में 1,42,641, पंजाब में 1,02,107, खैबर पख्तूनख्वा में 38,810, गिलगित बाल्टिस्तान में 4107 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 3,639 मामले सामने आए हैं।

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश


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