डगलस स्टुअर्ट के उपन्यास ‘शग्गी बैन’ को मिला 2020 का बुकर पुरस्कार

डगलस स्टुअर्ट के उपन्यास ‘शग्गी बैन’ को मिला 2020 का बुकर पुरस्कार

डगलस स्टुअर्ट के उपन्यास ‘शग्गी बैन’  को मिला 2020 का बुकर पुरस्कार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:45 pm IST
Published Date: November 20, 2020 10:05 am IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 20 नवम्बर (भाषा) अमेरिका के न्यूयॉर्क में बसे स्कॉटलैंड के लेखक डगलस स्टुअर्ट को बृहस्पतिवार को उनके पहले उपन्यास ‘शग्गी बैन’ के लिए 2020 का बुकर पुरस्कार मिला है। ‘शग्गी बैन’ की कहानी में ग्लासगो की पृष्ठभूमि है।

इस उपन्यास की कथावस्तु 1980 के दशक के स्कॉटिश शहर ग्लासगो में गरीबी और शराब की लत से जूझती एक मां को उसके बेटे द्वारा संभालने की कोशिश पर आधारित है।

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दुबई में बसी भारतीय मूल की लेखिका अवनी दोशी का पहला उपन्यास ‘बर्न्ट शुगर’ भी इस श्रेणी में नामित था। कुल छह लोगों के उपन्यास नामित थे।

स्टुअर्ट (44) ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास नहीं हो रहा। शग्गी एक काल्पनिक किताब है लेकिन किताब लिखना मेरे लिए बेहद सुखद रहा।’’

उन्होंने कहा कि यह किताब उन्होंने अपनी मां को समर्पित की है। लेखक 16 साल के थे जब उनकी मां का निधन अत्यधिक शराब पीने की वजह से हो गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा से एक लेखक बनना चाहता था इसलिए यह एक सपना पूरा होने जैसा है। इसने मेरा पूरा जीवन बदल दिया है।’’

लंदन के ‘रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट इन लंडन’ से स्नातक करने के बाद, ‘फैशन डिजाइन’ में करियर बनाने वह न्यूयॉर्क चले गए थे।

कोरोना वायरस के मद्देनजर ‘बुकर प्राइज 2020’ के समारोह को लंदन के ‘राउंडहाउस’ से प्रसारित किया गया। सभी छह नामित लेखक एक विशेष स्क्रीन के जरिए समारोह में शामिल हुए।

इस मौके पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी बुकर पुरस्कार प्राप्त उपन्यासों पर अपने विचार व्यक्त किए।

स्टुअर्ट ने केल्विन क्लेन, राल्फ लॉरेन और गैप सहित विभिन्न ब्रांडों के लिए काम किया है। उन्होंने एक दशक पहले अपने खाली समय में लिखना शुरू किया था।

दुबई में बसी भारतीय मूल की लेखिका दोशी का पहला उपन्यास ‘‘बर्न्ट शुगर’ भी इस श्रेणी में नामित था लेकिन वह यह पुरस्कार नहीं पा सकीं। कुल छह लोगों के उपन्यास नामित थे।

2020 बुकर पुरस्कार निर्णायक पैनल की अध्यक्षता संपादक, साहित्यिक आलोचक और पूर्व प्रकाशक मार्गरेट बसबी ने की और पैनल में लेखक ली चाइल्ड, लेखक और समीक्षक समीर रहीम, लेखक और प्रसारक लेमन सिसे और अनुवादक एमिली विल्सन शामिल थे।

भाषा

देवेंद्र मनीषा

मनीषा


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