मात्र 6 महीने में ही खत्म हो रहा इस कोरोना वैक्सीन का असर, नई स्टडी ने बढ़ाई चिंता

मात्र 6 महीने में ही खत्म हो रहा इस कोरोना वैक्सीन का असर, नई स्टडी ने बढ़ाई चिंता

मात्र 6 महीने में ही खत्म हो रहा इस कोरोना वैक्सीन का असर, नई स्टडी ने बढ़ाई चिंता

pfizer vaccine

Modified Date: November 29, 2022 / 08:00 pm IST
Published Date: September 6, 2021 5:22 pm IST

नई दिल्ली। pfizer vaccine : कोरोना की अलग-अलग वैक्सीन को लेकर को कई रिपोर्ट सामने आई जिसमें बताया गया कि वैक्सीन का असर कब तक रहेगा। ऐसी ही एक स्टडी अब फाइजर वैक्सीन को लेकर सामने आई है। फाइजर टीका लगाने के बाद कोविड-19 एंटीबॉडी छह महीने बाद ही 80 प्रतिशत से अधिक कम हो गई। यह बात अमेरिकी अध्ययन में सामने आई है।

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pfizer vaccine : अमेरिका में केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी और ब्राउन यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में नर्सिंग होम के 120 निवासियों और 92 स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों के रक्त के नमूनों का अध्ययन किया गया।

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अध्ययनकर्ताओं ने विशेष रूप से ह्यूमोरलर इम्यूनिटी को देखा जिसे एंटीबॉडी-मध्यस्थता प्रतिरक्षा भी कहा जाता है ताकि सार्स-सीओवी-2 वायरस के खिलाफ शरीर की सुरक्षा को मापा जा सके जिससे कोविड-19 होता है। स्टडी रिपोर्ट अभी प्रकाशित नहीं हुई है और इसे प्रीप्रिंट सर्वर मेडआर्काइव पर पोस्ट किया गया है। स्टडी के अनुसार पता चला कि छह महीने के बाद व्यक्तियों के एंटीबॉडी का स्तर 80 प्रतिशत से अधिक कम हो गया।

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रिपोर्ट के अनुसार, 76 वर्ष की औसत आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों और 48 वर्ष की औसत आयु वाले देखभाल करने वालों में परिणाम समान थे। केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड कैनेडे ने कहा कि टीकाकरण के छह महीने बाद, इन नर्सिंग होम के 70 प्रतिशत निवासियों के रक्त में प्रयोगशाला प्रयोगों में कोरोना वायरस संक्रमण को बेअसर करने की क्षमता बहुत कम थी। कैनेडे ने कहा कि यह रिजल्ट बूस्टर खुराक लेने की आवश्यकता पैदा करते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com