यमन के अदन हवाई अड्डे पर नये कैबिनेट सदस्यों का विमान उतरने से पहले धमाका

यमन के अदन हवाई अड्डे पर नये कैबिनेट सदस्यों का विमान उतरने से पहले धमाका

यमन के अदन हवाई अड्डे पर नये कैबिनेट सदस्यों का विमान उतरने से पहले धमाका
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: December 30, 2020 2:05 pm IST

सना (यमन), 30 दिसंबर (एपी) यमन के दक्षिणी शहर अदन के हवाई अड्डे पर बुधवार को एक बड़ा धमाका हुआ। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह धमाका नव गठित कैबिनेट के सदस्यों को लेकर आ रहे विमान के उतरने से महज कुछ समय पहले हुआ।

शुरुआती खबरों के मुताबिक कम से कम चार लोगों की मौत हुई है जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं।

धमाके की वजह की तत्काल जानकारी नहीं मिली और न ही किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी ली है।

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सरकारी विमान में सवार किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे पर उन्होंने शव पड़े हुए देखे।

अधिकारियों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी क्योंकि वे मीडिया से बातचीत करने के लिए अधिकृत नहीं थे।

यमन के संचार मंत्री नगुइब अल अवग जो सरकारी विमान में सवार थे ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उन्होंने दो धमाकों की आवाज सुनी, संभवत: यह ड्रोन हमला था।

यमन के प्रधानमंत्री मईन अब्दुल मलिक सईद और अन्य को धमाके के बाद तुरंत हवाई अड्डे से शहर स्थित मशिक पैलेस ले जाया गया।

उन्होंने बताया, ‘‘ अगर विमान पर बमबारी होती तो यह विनाशक होता।’’ उन्होंने जोर देकर बताया कि हमला विमान को निशाना बनाकर किया गया जिसे थोड़ा पहले उतरना था।

अदन स्वास्थ्य कार्यालय के उप प्रमुख मोहम्मद अल रोउबिद ने एपी को बताया कि धमाके में कम से चार लोगों की मौत हुई है जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं। हालांकि उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी।

घटनास्थल से सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में हवाई अड्डे के भवन के आसपास मलबा एवं टूटे हुए शीशे पड़े दिखे और कम से कम दो शव वहां पड़े हुए थे जिनमें एक शव जला हुआ था। एक अन्य तस्वीर में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का सहयोग करने का प्रयास कर रहा था ,जिसके कपड़े फटे हुए थे।

प्रतिद्वंद्वी दक्षिणी अलगाववादियों के साथ समझौते के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होने और पिछले हफ्ते शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मईन अब्दुल मलिक सईद के नेतृत्व में मंत्री अदन लौट रहे थे।

देश में वर्षों तक चले गृह युद्ध के दौरान यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार सऊदी अरब की राजधानी रियाद से स्व निर्वासित स्थिति में काम कर रही थी।

एपी धीरज उमा

उमा


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