नेपाल में एवरेस्ट क्षेत्र में हिमनद झीलों के फटने से गांव में तबाही हुई थी: विशेषज्ञ

नेपाल में एवरेस्ट क्षेत्र में हिमनद झीलों के फटने से गांव में तबाही हुई थी: विशेषज्ञ

नेपाल में एवरेस्ट क्षेत्र में हिमनद झीलों के फटने से गांव में तबाही हुई थी: विशेषज्ञ
Modified Date: August 17, 2024 / 07:41 pm IST
Published Date: August 17, 2024 7:41 pm IST

काठमांडू, 17 अगस्त (भाषा) सेना के अधिकारियों, नगर निकाय के अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की कि नेपाल के एवरेस्ट क्षेत्र में ऊंचाई पर स्थित एक गांव में आई भीषण बाढ़ दो हिमनद झीलों के फटने के कारण आई थी, जिसने व्यापक तबाही मचाई थी।

हिमनद झील फटने के कारण बड़ी मात्रा में अचानक पानी बह जाने के बाद शुक्रवार को बाढ़ आई। इसके कारण खुम्बू पासंग ल्हामू ग्रामीण नगर पालिका-5 के थामे गांव के आधे से अधिक मकान तबाह हो गए जो अब कीचड़ और गाद से ढक गए हैं।

यह घटना शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार अपराह्न लगभग 1.30 बजे हुई थी।

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समाचार पोर्टल ‘माय रिपब्लिका’ की खबर के अनुसार दूधकोशी नदी की सहायक नदियों में से एक, थामे नदी में बाढ़ आने से हालांकि अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है, लेकिन एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है।

समाचार पत्र ‘हिमालयन टाइम्स’ की खबर के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि लगभग 93 ग्रामीण जो ऊंचाई वाले इलाकों में चले गए या बचा लिए गए थे, उन्हें अब एक सैन्य शिविर में शरण दी जा रही है जबकि 42 अन्य को अस्थायी रूप से निकटवर्ती सामुदायिक भवन में रखा गया है।

आपदा स्थल का निरीक्षण और निगरानी करने तथा गांव में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारणों की जांच करने के लिए विशेषज्ञों और अधिकारियों की एक टीम को हेलीकॉप्टर से भेजा गया। हेलीकॉप्टर नदी के ऊपर की ओर ऊंचे इलाकों में स्थित ग्लेशियल झीलों तक गया।

खबर के अनुसार, ‘‘हवाई निरीक्षण के बाद, खुम्बू पासंग ल्हामू ग्रामीण नगर पालिका ने पुष्टि की है कि बाढ़ हिमनद झील के फटने से आई थी, जो घाटी के ऊपर स्थित कई झीलों में से एक है।’’

‘काठमांडू पोस्ट’ ने अधिकारियों के हवाले से अपनी खबर में कहा कि थामे गांव के ऊपर बनी पांच झीलों में से दो फट गई हैं और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है।

ताशी लाप्चा दर्रे के पास थेंगबो झील से आई बाढ़ ने उस गांव को प्रभावित किया जो प्रसिद्ध पर्वतारोही शेरपा तेनजिंग नोर्गे के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध है। तेनजिंग नोर्गे ने मई 1953 में न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी के साथ दुनिया की सबसे ऊंची चोटी ‘माउंट एवरेस्ट’ को सबसे पहले फतह किया था।

‘हिमालयन टाइम्स’ की खबर में पुलिस के हवाले से बताया गया कि इस आपदा में एक स्कूल, एक स्वास्थ्य केंद्र तथा 20 मकान और होटल नष्ट हो गये।

इस बीच, रक्षा मंत्री मनबीर राय संघीय और प्रांतीय विधानसभा सदस्यों, ग्रामीण नगर पालिका अध्यक्षों और सोलुखुम्बु के मुख्य जिला अधिकारी के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए थामे गांव पहुंचे।

भाषा

देवेंद्र प्रशांत

प्रशांत


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