कराची/लाहौर, 25 अप्रैल (भाषा) पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश के बीच अपने दो बच्चों का उपचार कराने गए एक पाकिस्तानी व्यक्ति को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उसने दोनों सरकारों से अपील की है कि उन्हें अपने बच्चों का पूरा उपचार कराने दिया जाए।
सिंध प्रांत के हैदराबाद का यह परिवार भारत और पाकिस्तान के उन कई लोगों में से है, जिन्हें पहलगाम आतंकी हमले के बाद नयी दिल्ली और इस्लामाबाद द्वारा सार्क वीजा रद्द किए जाने के बाद अपनी यात्राएं बीच में ही रोकनी पड़ रही हैं।
लाहौर में अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को पाकिस्तान में 100 से अधिक भारतीय नागरिक अपने वतन के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को और लोग भारत वापस जाएंगे।
दोनों पाकिस्तानी बच्चों के पिता ने ‘जियो न्यूज’ को फोन पर बताया कि उनके 9 और 7 साल के दो बच्चों को जन्म से ही दिल की बीमारी है।
चैनल ने पिता की पहचान उजागर नहीं की।
पिता ने कहा, ‘‘मेरे बच्चों को दिल की बीमारी है और उन्नत चिकित्सा उपचार के कारण उनका इलाज नयी दिल्ली में संभव था। लेकिन पहलगाम की घटना के बाद हमें तुरंत पाकिस्तान लौटने को कहा गया है।’’
उन्होंने कहा कि बच्चों की सर्जरी अगले सप्ताह होनी है। अस्पताल और डॉक्टर उनके साथ सहयोग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस और विदेश मंत्रालय उन पर तुरंत दिल्ली से चले जाने का दबाव बना रहे हैं।
पिता ने कहा, ‘‘मैं सरकार से अपील करता हूं कि मेरे बच्चों का इलाज पूरा होने दें, क्योंकि हमने अपनी यात्रा, ठहरने और उनके इलाज पर काफी पैसा खर्च किया है।’’
भाषा शफीक अविनाश
अविनाश
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