Finland and Sweden applied to join NATO : नई दिल्ली। NATO में शामिल होने को लेकर रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद अब रूस को एक बड़ा झटका लगा है। इसी बीच रूस के पड़ोसी देश फिनलैंड और स्वीडन ने नाटो गठबंधन में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। फिनलैंड और स्वीडन ने कहा कि नाटो गठबंधन में शामिल होने का फैसला यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से प्रेरित था।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
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दरअसल शीत युद्ध के दौरान भी स्वीडन और फिनलैंड जैसे देश तटस्थ रहे थे। ऐसे में उनका नाटो में शामिल होने का फैसला दशकों से यूरोप की सुरक्षा व्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक है।
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फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने के फैसले को नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ऐतिहासिक क्षण बताया है। उन्होंने कहा कि फिनलैंड और स्वीडन का नाटो में शामिल होने के अनुरोध का मैं गर्मजोशी से स्वागत करता हूं। आप हमारे सबसे करीबी भागीदार हैं, और नाटो में आपकी सदस्यता हमारी साझा सुरक्षा को बढ़ाएगी। नाटो गठबंधन का मानना है कि फिनलैंड और स्वीडन के परिग्रहण से बाल्टिक सागर में इसे काफी मजबूती मिलेगी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन और फिनलैंड के इस अनुरोध का अनुमोदन करने में नाटो देशों को एक साल तक का समय लग सकता है। नाटो देश तुर्की ने हाल में अपने सहयोगियों को यह कहकर चौंका दिया कि, उसे फिनलैंड और स्वीडन की सदस्यता को लेकर आपत्ति है, लेकिन स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि इन मसलों को सुलझाया जा सकता है।