श्रीलंका में जमात-ए-इस्लामी का पूर्व नेता गिरफ्तार, इस्लामी कट्टरता को प्रोत्साहित करने का आरोप

श्रीलंका में जमात-ए-इस्लामी का पूर्व नेता गिरफ्तार, इस्लामी कट्टरता को प्रोत्साहित करने का आरोप

श्रीलंका में जमात-ए-इस्लामी का पूर्व नेता गिरफ्तार, इस्लामी कट्टरता को प्रोत्साहित करने का आरोप
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 pm IST
Published Date: March 13, 2021 8:15 am IST

कोलंबो, 13 मार्च (भाषा) श्रीलंका में कथित रूप से चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप में इस्लामिक संगठन जमात-ए-इस्लामी के पूर्व नेता 60 वर्षीय रशीद हज्जुल अकबर को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक अजीत रोहना ने शनिवार को बताया कि अकबर को शुक्रवार को आतंकवाद जांच प्रकोष्ठ (टीआईडी) ने डेमाटागोडा इलाके से गिरफ्तार किया।

बता दें कि अकबर सितंबर 2019 में पद छोड़ने से पहले 24 साल तक जमात-ए-इस्लामी का अध्यक्ष रहा है।

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पुलिस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि श्रीलंका में वहाबी और जिहादी विचारधारा को फैलाने के लिए अकबर जमात-ए-इस्लामी द्वारा प्रकाशित पत्रिका में लेख छापता था।

यह गिरफ्तारी वर्ष 2019 में ईस्टर के मौके पर गिरिजाघरों व होटलों पर हुए हमले की जांच रहे जांच दल द्वारा देश में वाहबी विचारधारा पर रोक लगाने की मांग के बीच हुई है।

उल्लेखनीय है कि 21 अप्रैल 2019 को स्थानीय चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनआईटीजे) के कथित नौ आत्मघाती हमलावरों ने श्रीलंका के तीन गिरिजाघरों एवं कई होटलों को निशाना बनाया था जिसमें 11 भारतीयों सहित 270 लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब अन्य 500 लोग घायल हुए थे।

इस हफ्ते के शुरुआत में जनसुरक्षा मंत्री सारथ वीरसेकरा ने संसद को बताया था कि वर्ष 2019 के हमले के सिलसिले में अबतक करीब 676 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 66 से अधिक लोग हिरासत में हैं।

भाषा धीरज शाहिद

शाहिद


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