कोलंबो, 11 मई (भाषा) श्रीलंकाई पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी को बुधवार को तलब किया और देश में हिंसक झड़प की घटनाओं को लेकर उनका बयान दर्ज किया।
देश में सरकार विरोधी और उसके समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए।
श्रीलंका में घोर आर्थिक संकट के बीच महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे कुछ ही घंटों पहले, उनके समर्थकों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था, जिसके कारण प्राधिकारियों को राजधानी में सैन्य बलों को तैनात करना पड़ा और राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाना पड़ा।
कोलंबो और अन्य शहरों में हुई हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हो गये।
न्यूज पोर्टल ‘कोलंबो गजट’ की खबर के अनुसार अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने गाले फेस में हुई घटना को लेकर बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी का बयान दर्ज किया।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘टेंपल ट्रीज’ के निकट और गाले फेस में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर भीड़ के हमले की आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस मुख्यालय ने कहा कि सीआईडी को घटनाओं की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, अटॉर्नी जनरल ने पुलिस महानिरीक्षक को घटनाओं की जांच में तेजी लाने की सलाह दी।
पुलिस ने पाया कि श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) समर्थकों ने गाले फेस के ‘‘गोटागोगामा’’ में पहुंचकर हमला शुरू कर दिया था। एसएलपीपी समर्थकों ने डंडों और अन्य वस्तुओं से हमला किया जिसमें कई लोग घायल हो गये थे।
भाषा
देवेंद्र संतोष
संतोष
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