एल्माउ (जर्मनी), 27 जून (एपी) दुनिया की सात अग्रणी अर्थव्यवस्था वाले देशों की वार्षिक बैठक जर्मनी में आयोजित हुई है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। वहीं, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की बैठक मंगलवार को मैड्रिड में होगी।
प्रमुख घटनाक्रम इस प्रकार हैं :
जी-7 और पांच प्रमुख विकासशील देशों के नेताओं ने सोमवार को अपने नागरिकों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जलवायु परिवर्तन पर अंकुश लगाने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया। इस साल जी -7 की अध्यक्षता कर रहे जर्मनी द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में नेताओं ने ‘‘स्वच्छ ऊर्जा’’ की तरफ बढ़ने में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल भी घटाने की बात कही गई है।
बयान में पिछले साल कई समृद्ध देशों और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक समझौते का हवाला दिया गया है, जो देश को कोयले पर अपनी भारी निर्भरता को समाप्त करने और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने में मदद करेगा। इसी तरह की साझेदारी पर अन्य विकासशील देशों के साथ चर्चा की जा रही है।
प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह को जी-7 के आयोजन स्थल से कुछ दूरी पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई। जर्मनी के अधिकारियों ने बताया कि एल्माउ के होटल से 500 मीटर की दूरी पर प्रदर्शन के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई।
जी-7 के नेताओं ने यूक्रेन की मदद की प्रतिबद्धता जताई। अमेरिका भी आगामी दिनों में यूक्रेन को मिसाइल भेजेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने समर्थन के लिए जी-7 के देशों को धन्यवाद किया। जेलेंस्की ने कहा, ‘‘यूक्रेन को जी-7 के देशों का समर्थन मिला है। रक्षा और वित्तीय मदद के लिए आप सबका शुक्रिया।’’
एपी आशीष माधव
माधव