पाकिस्तान में राजकपूर, दिलीप कुमार की इमारतों के संरक्षण के लिए राशि मंजूर

पाकिस्तान में राजकपूर, दिलीप कुमार की इमारतों के संरक्षण के लिए राशि मंजूर

पाकिस्तान में राजकपूर, दिलीप कुमार की इमारतों के संरक्षण के लिए राशि मंजूर
Modified Date: July 9, 2025 / 06:16 pm IST
Published Date: July 9, 2025 6:16 pm IST

पेशावर, नौ जुलाई (भाषा) पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा प्रांतीय सरकार ने भारतीय सिनेमा जगत के दिग्गजों दिलीप कुमार और राजकपूर से जुड़ी ऐतिहासिक इमारतों के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए बुधवार को 3.38 करोड़ रुपये मंजूर किए।

प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर और पर्यटन एवं पुरातत्व सलाहकार जाहिद खान शिनवारी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में इस आवंटन को मंजूरी दी गई।

बैठक में विश्व बैंक के एक कार्यक्रम के तहत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विरासत संरक्षण और पर्यटन संवर्धन के लिए प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।

 ⁠

राजकपूर और दिलीप कुमार की ऐतिहासिक इमारतें, जिन्हें पाकिस्तान सरकार पहले ही राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर चुकी है, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं।

खैबर पख्तूनख्वा पुरातत्व विभाग ने दोनों इमारतों को दोनों अभिनेताओं के जीवन और करियर को समर्पित संग्रहालयों में परिवर्तित करने की योजना बनाई है।

पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 13 जुलाई 2014 को इन इमारतों को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किया था।

पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. अब्दुस समद ने बताया कि सरकार इन इमारतों का अधिग्रहण करके इसे एक संग्रहालय में बदलना चाहती है, जिसमें दिलीप कुमार और राज कपूर की पेशावर से मुंबई तक की यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा।

घोषणा का उद्देश्य ऐतिहासिक इमारत का सांस्कृतिक स्थल के रूप में संरक्षण सुनिश्चित करना है। बैठक में स्वीकृत अन्य विरासत संरक्षण और पर्यटन संवर्धन परियोजनाओं में प्रांत के विभिन्न संग्रहालयों और पुरातात्विक स्थलों का उन्नयन शामिल है।

समद ने कहा कि इन परियोजनाओं का प्राथमिक लक्ष्य प्रांत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करते हुए विरासत पर्यटन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, ‘इस पहल से न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोज़गार के नए अवसर भी पैदा होंगे।’

मुख्यमंत्री गंडापुर ने कहा, ‘खैबर पख्तूनख्वा की सांस्कृतिक विरासत न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता इस विरासत को संरक्षित करना और पर्यटन के माध्यम से आर्थिक विकास सुनिश्चित करना है।’

उन्होंने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए इन परियोजनाओं पर काम शीघ्र ही शुरू होगा।

भाषा आशीष नरेश

नरेश


लेखक के बारे में