दीर अल बलाह, 12 मई (एपी) गाजा पट्टी में पिछले 19 महीनों से बंधक बनाकर रखे गए एक इजराइली-अमेरिकी सैनिक को सोमवार को हमास ने रिहा कर दिया।
यह रिहाई अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के लिए एक सद्भावना संकेत है जो युद्धरत पक्षों के बीच एक नए युद्धविराम की नींव रख सकता है।
इजराइल की सेना ने पुष्टि की है कि सैनिक एलेक्जेंडर को पहले रेड क्रॉस को सौंपा गया, जिसके बाद उसे इजराइली सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया गया।
एलेक्जेंडर के नाम की टी-शर्ट पहने उसके परिवार के सदस्य तेल अवीव में उसकी रिहाई देखने के लिए इकट्ठा हुए। जैसे ही सेना ने उसकी रिहाई की पुष्टि की, उन्होंने खुशी से तालियां बजाईं और उसका नाम पुकारा। उसकी दादी वार्दा बेन बरूच की आंखें खुशी से चमक उठीं। तेल अवीव के ‘हॉस्टेज स्क्वायर’ में सैकड़ों लोग खुशी से झूम उठे।
एलेक्जेंडर सिर्फ 19 साल का था जब सात अक्टूबर 2023 को हमास के सीमा पार हमले के दौरान उसे दक्षिणी इजराइल स्थित उसके सैन्य अड्डे से अगवा कर लिया गया था। इसी हमले से गाजा में युद्ध की शुरुआत हुई थी।
इजराइल का कहना है कि अलेक्जेंडर समेत 58 बंधक अब भी कैद में हैं, जिनमें से करीब 23 जीवित बताए जा रहे हैं और बाकी की मौत हो चुकी है। साल 2023 के हमले में हमास के नेतृत्व वाले चरमपंथियों द्वारा पकड़े गए 250 बंधकों में से कई को युद्धविराम समझौतों के तहत रिहा कर दिया गया था।
एपी योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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