वाशिंगटन। पूरी दुनिया कोरोना के कहर से जूझ रहा है। वहीं दूसरी ओर राहत की सबसे बड़ी खबर यह है कि दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका एक और कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के अंतिम चरण में पहुंच गया है। बता दें कि अमेरिका का यह दूसरा वैक्सीन है जो तीसरे और अंतिम चरण में पहुंच गया है।
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अमेरिका की मॉडर्ना इंक के बाद दूसरा फाइजर है तो अंतिम चरण में पहुंचा है। मॉडर्ना की तरह इस वैक्सीन का ट्रायल 30,000 लोगों पर किया जाएगा। ये ट्रायल 18 से 85 साल के लोगों पर किया जाएगा और ये ट्रायल सिर्फ अमेरिका में नहीं बल्कि दुनिया भर में 120 जगहों पर किया जाएगा।
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बता दें कि फाइजर ने जर्मनी की बायोटेक फर्म BioNTech के साथ साझेदारी की है। फाइजर की वैक्सीन कैंडिडेट का नाम BNT162b2 है। वहीं समय की बचत को ध्यान में रखते हुए एक साथ दो चरणों में ट्रायल करेगी। वहीं अगर वैक्सीन अपने अंतिम ट्रायल में सफल होती है तो फाइजर-बायोएनटेक इस साल अक्टूबर तक अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर के पास इसे मंजूरी के लिए भेजेंगे। मंजूरी मिलने के बाद कंपनी की योजना इस साल के अंत तक वैक्सीन के 10 करोड़ डोज तैयार करने की है।
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वहीं भारत में भी चल रहे देशी वैक्सीन के ट्रायल के परिणाम अभी तक अच्छे आए हैं। यहां भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और अहमदाबाद स्थित कैडिला की वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल जारी है।इसके अलावा भारत में कोरोना वायरस की छह अन्य वैक्सीन भी बनाई जा रही हैं जो अपने प्री-क्लिनिकल ट्रायल में हैं।
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