भारत, अंगोला ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया; समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए

भारत, अंगोला ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया; समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए

भारत, अंगोला ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया; समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
Modified Date: November 9, 2025 / 09:23 pm IST
Published Date: November 9, 2025 9:23 pm IST

(नीलाभ श्रीवास्तव)

लुआंडा (अंगोला), नौ नवंबर (भाषा) भारत और अंगोला ने रविवार को अफ्रीकी देश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की आधिकारिक यात्रा के पहले दिन मत्स्य पालन, जलीय कृषि और समुद्री संसाधनों जैसे विषयों पर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया।

राष्ट्रपति आठ से 11 नवंबर तक अंगोला की चार-दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली यात्रा है।

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अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको ने राष्ट्रपति भवन में मुर्मू का आधिकारिक स्वागत किया। इक्कीस तोपों की सलामी और औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ उनका स्वागत किया गया।

इसके बाद दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। तत्पश्चात् दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ और फिर प्रेस के समक्ष संयुक्त रूप से वक्तव्य पढ़े गए।

मुर्मू ने कहा कि भारत और अंगोला के बीच साझेदारी ‘आपसी विश्वास, सम्मान और जनता की समृद्धि के लिए एक साझा दृष्टिकोण’ पर आधारित है। उन्होंने अंगोला के लोगों और सरकार को अपने देश में उनके प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करने और 11 नवंबर को उनकी स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ में भाग लेने के लिए आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया।

राष्ट्रपति ने अंगोला के विकास संबंधी प्रयासों पर प्रसन्नता जतायी, जिनका उद्देश्य देश के लोगों की प्रगति और समृद्धि सुनिश्चित करना है।

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान, मुर्मू ने दोनों देशों के बीच ‘समृद्ध’ ऊर्जा व्यापार साझेदारी को रेखांकित किया और कहा कि अंगोला भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

दोनों नेताओं ने प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा, बुनियादी ढांचे और दोनों देशों के लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित नये और उभरते क्षेत्रों में व्यापार एवं निवेश संबंधों को ‘और विविधतापूर्ण’ बनाने पर सहमति जतायी।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘इस अवसर पर मत्स्य पालन, जलीय कृषि और समुद्री संसाधनों में सहयोग एवं वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों में सहयोग पर समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया।’

मुर्मू ने यह भी कहा कि भारत, अंगोला के ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ (आईबीसीए) और ‘ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस’ (जीबीए) में शामिल होने के निर्णय का स्वागत करता है, क्योंकि दोनों देश विभिन्न विषयों में आपसी सहयोग को ‘‘गहरा’’ करने के लिए और साथ ही भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के व्यापक ढांचे के तहत मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

चर्चाओं के समापन के बाद, अंगोला के राष्ट्रपति ने अपने भारतीय समकक्ष के सम्मान में एक भोज का आयोजन किया।

मुर्मू सोमवार को अंगोला की नेशनल असेंबली को संबोधित करेंगी। अंगोला यात्रा समाप्त करने के बाद, मुर्मू 11-13 नवंबर के बीच अपनी राजकीय यात्रा के दूसरे चरण के लिए बोत्सवाना जाएंगी।

इस यात्रा में राष्ट्रपति के साथ रेल एवं जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना और लोकसभा सांसद प्रभुभाई वसावा और डी. के. अरुणा भी मौजूद हैं।

भाषा अमित सुरेश

सुरेश


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