कोलंबो, 14 दिसंबर (भाषा) भारत ने रविवार को श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्रालय को 17 आवश्यक दवाओं की 25 टन खेप और 14,200 किलोग्राम से अधिक सूखे खाद्य पदार्थों का दान दिया है ताकि विनाशकारी चक्रवाती तूफान ‘दित्वा’ के बाद हालात से बेहतर ढंग से निपटने में मदद मिल सके। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।
श्रीलंका में आए विनाशकारी चक्रवात के मद्देनजर श्रीलंका के अनुरोध पर आवश्यक दवाएं और सूखे खाद्य पदार्थ दान किए गए।
चक्रवात में 640 से अधिक लोगों की जान चली गई। नवंबर के मध्य से ही द्वीप राष्ट्र में व्यापक बाढ़, भूस्खलन और बुनियादी ढांचे के गंभीर रूप से ध्वस्त होने के कारण देश की आपदा-प्रतिक्रिया क्षमता पर भारी दबाव पड़ा है।
‘सागर बंधु अभियान’ के तहत सहायता के लिए की गई श्रीलंका की अंतरराष्ट्रीय अपील पर प्रतिक्रिया देने वाला पहला देश भारत था।
अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री नलिंदा जयतिस्सा और भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा के बीच हुई बैठक के बाद भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा आपूर्ति सामग्री लाई गई।
अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री नलिंदा जयतिस्सा और भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा के बीच हुई बैठक के बाद भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा आपूर्ति सामग्री लाई गई।
उन्होंने बताया कि उसी विमान से एक टीम को वापस लाया गया जिसने श्रीलंकाई लोगों को एक क्षेत्रीय अस्पताल स्थापित करने में मदद की थी।
चक्रवात के तट से टकराने के कुछ दिनों बाद, भारत ने चक्रवात के कारण आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन के बाद मानवीय सहायता के तहत श्रीलंका में एक ‘मोबाइल फील्ड अस्पताल’ और 70 से अधिक चिकित्सा कर्मियों को भेजा है।
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा, ‘‘ऑपरेशन सागर बंधु के तहत भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल दल के आज अपना मिशन पूरा करके घर लौटने पर, माननीय मंत्री नलिंदा जय ने दल की समर्पित सेवा के लिए सराहना की।”
ये 17 आवश्यक दवाएं हृदय रोग, मधुमेह और उससे जुड़ी जटिलताओं तथा अन्य चिकित्सा स्थितियों के उपचार से संबंधित हैं।
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश