भारत ने फारस की खाड़ी को लेकर देशों को वार्ता के जरिए मतभेद सुलझाने को कहा

भारत ने फारस की खाड़ी को लेकर देशों को वार्ता के जरिए मतभेद सुलझाने को कहा

भारत ने फारस की खाड़ी को लेकर देशों को वार्ता के जरिए मतभेद सुलझाने को कहा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 pm IST
Published Date: September 4, 2020 2:26 pm IST

मास्को, चार सितंबर (भाषा) भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह फारस की खाड़ी में बनी स्थिति पर काफी चिंतित है और क्षेत्र के देशों से आपसी सम्मान पर आधारित वार्ता के जरिए अपने मतभेद सुलझाने का आह्वान किया।

फारस की खाड़ी में ईरान, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से जुड़ी कई घटनाओं के कारण क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है ।

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘फारस की खाड़ी की स्थिति पर हम काफी चिंतित है । ’’

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खाड़ी के सभी देशों के साथ भारत के सभ्यतागत और सांस्कृतिक जुड़ाव तथा व्यापक हित होने का उल्लेख करते हुए सिंह ने क्षेत्र के देशों को आपसी सम्मान पर आधारित वार्ता के जरिए मतभेद सुलझाने का आह्वान किया ।

उन्होंने कहा, ‘‘हम क्षेत्र के देशों से आपसी सम्मान, संप्रभुता और एक दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति पर आधारित वार्ता के जरिए मतभेद सुलझाने का आह्वान करते हैं। क्षेत्र के सभी देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंध हैं । ’’

पिछले महीने ईरान की नौसेना ने होरमुज जलसंधि के पास एक तेल टैंकर को जब्त कर लिया था। इस पर लाइबेरिया का ध्वज लगा हुआ था। अमेरिका इसे अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र कहता है।

ईरान ने इस क्षेत्र में तेल टैंकरों की आवाजाही रोकने की धमकी दी थी ।

भाषा आशीष उमा

उमा


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