नागरिकों की रक्षा के लिए दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने अस्थायी संचालन अड्डा बनाया

नागरिकों की रक्षा के लिए दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने अस्थायी संचालन अड्डा बनाया

नागरिकों की रक्षा के लिए दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने अस्थायी संचालन अड्डा बनाया
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: January 25, 2021 7:22 am IST

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, 25 जनवरी (भाषा) दक्षिणी सूडान में भारतीय शांतिरक्षकों ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपर नील राज्य के अकोका में असैन्य संचालन अड्डा बनाया है।

संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भारत सबसे ज्यादा सैनिकों का योगदान देने वाला देश है। दक्षिणी सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में अभी भारत के 2,383 सैनिक सेवा दे रहे हैं। रवांडा के बाद यह संख्या सबसे ज्यादा है।

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यूएनएमआईएसएस बल के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनाइकर ने कहा, ‘‘ हमारा उद्देश्य अपने ब्लू हेल्मेट्स (शांतिरक्षकों) को मुस्तैद बनाना तथा जिन इलाकों में अचानक संघर्ष होने की आशंका है, वहां तेजी से प्रतिक्रिया देना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए हमने अपने अभियानों को सैन्य शब्दावली में जिसे ‘हब एंड स्पॉक’ मॉडल कहा जाता है, उसके आस-पास तैयार करना शुरू किया।’’

उन्होंने कहा कि इस तरह से काम करने के अनेक फायदे हैं। अधिकारी ने बताया, ‘‘ शांतिरक्षक के तौर पर हमारा काम न केवल नागरिकों की रक्षा करना है बल्कि समुदाय के लोगों और स्थानीय प्राधिकारियों से भी जुड़ना है ताकि तनाव बढ़ने की आशंका पर हमें जल्द से जल्द इसकी जानकारी मिल सके।’’

भाषा स्नेहा शाहिद

शाहिद


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