जयशंकर ने यूएई में भारतीयों को कोविड-19 संबंधी मुद्दों पर सरकार की जवाबदेही का दिलाया भरोसा

जयशंकर ने यूएई में भारतीयों को कोविड-19 संबंधी मुद्दों पर सरकार की जवाबदेही का दिलाया भरोसा

जयशंकर ने यूएई में भारतीयों को कोविड-19 संबंधी मुद्दों पर सरकार की जवाबदेही का दिलाया भरोसा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: November 26, 2020 4:35 pm IST

दुबई, 26 नवंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बृहस्पतिवार को डिजिटल माध्यम से बातचीत की और उन्हें कोविड-19 महामारी के बाद स्थिति सामान्य होने संबंधी मामलों पर सरकार की जवाबदेही का भरोसा दिलाया।

जयशंकर इस समय यूएई की यात्रा पर है। वह बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और सेशेल्स की छह दिवसीय यात्रा के दूसरे पड़ाव पर बुधवार रात यहां पहुंचे। जयशंकर की तीन देशों की यात्रा मंगलवार को आरंभ हुई थी।

दुनियाभर में कोविड-19 ने तबाही मचा रखी है, ऐसे समय में जयशंकर की इस यात्रा को अहम माना जा रहा है।

 ⁠

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘अबू धाबी में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ कोविड-19 संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए अबू धाबी में भारत के दूतावास के साथ मिलकर काम करने की खातिर आगे आने के लिए (मैंने) उनकी (भारतीय समुदाय) प्रशंसा की। कोविड-19 के बाद स्थिति सामान्य होने संबंधी मामलों पर सरकार की जवाबदेही का उन्हें भरोसा दिलाया।’’

यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर ने भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के लिए जयशंकर का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘अबू धाबी में भारतीय समुदाय की चिंताओं और उपलब्धियों को ध्यान से सुनने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर का धन्यवाद।’’

यूएई में कोरोना वायरस के कारण 1,63,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 563 लोगों की मौत हो चुकी है।

विदेश मंत्री के दौरे से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यूएई में 30 लाख से अधिक भारतीय रहते हैं।

अबू धाबी में भारतीय दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, लगभग 30.4 लाख भारतीय प्रवासियों का समुदाय संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है और यह देश की कुल आबादी का 30 प्रतिशत है।

जयशंकर ने खाड़ी देश की यात्रा के दौरान अबू धाबी के शाहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान के साथ कोविड-19 महामारी के बाद भारत और यूएई के बीच रणनीतिक सहयोग को बेहतर बनाने पर चर्चा की।

दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत की।

भाषा

सिम्मी मनीषा

मनीषा


लेखक के बारे में