PM Modi Tokyo Visit: पीएम मोदी पहुंचे टोक्यो, जापान ने अमेरिका के साथ ट्रेड डील टाली, भारत-अमेरिका वार्ता पहले ही विफल
PM Modi reaches Tokyo: जापान के वरिष्ठ व्यापार वार्ताकार रोसेई अकाजावा ने आखिरी वक्त पर अमेरिका का अपना दौरा रद्द कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर चल रही बातचीत अटक गई है।
PM Modi Tokyo visit
- ट्रंप के बयान से नाराज़ जापान
- जापान ने क्यों रोकी बातचीत?
- भारत-अमेरिका वार्ता भी टूटी
- मोदी शुक्रवार को अपने दो दिवसीय जापान दौरे पर पहुंचे
टोक्यो/नई दिल्ली: PM Modi Tokyo visit, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने दो दिवसीय जापान दौरे पर पहुंचे। वहीं, उनके दौरे से ठीक पहले जापान ने अमेरिका के साथ होने वाली ट्रेड डील को टाल दिया। जापान के वरिष्ठ व्यापार वार्ताकार रोसेई अकाजावा ने आखिरी वक्त पर अमेरिका का अपना दौरा रद्द कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर चल रही बातचीत अटक गई है।
जापान ने क्यों रोकी बातचीत?
जापान और अमेरिका के बीच टैरिफ में ढील पर एक समझौते को अंतिम रूप दिया जाना था। सूत्रों के मुताबिक, जापान अमेरिका में 550 अरब डॉलर का निवेश करने पर सहमत था। इसके बदले अमेरिका को टैरिफ घटाने की बात थी। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयानों से जापान असहज हो गया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अकाजावा अमेरिका जाकर इस निवेश पैकेज को औपचारिक रूप देने वाले थे। लेकिन उन्होंने यात्रा रद्द कर दी। जापानी प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने कहा कि इस समझौते पर अभी और प्रशासनिक समन्वय की जरूरत है, इसलिए दौरा स्थगित किया गया।
ट्रंप के बयान से नाराज़ जापान
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि जापान से आने वाला निवेश “हमारा पैसा है जिसे हम अपनी इच्छानुसार खर्च कर सकते हैं।” साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस निवेश का 90% लाभ अमेरिका रखेगा। जापान ने इस बयान पर कड़ी नाराज़गी जताई और स्पष्ट कर दिया कि निवेश तभी होगा जब फायदा बराबर बांटा जाएगा।
अमेरिका ने जापान पर पहले 25% टैरिफ लगाया था। इसके बाद बातचीत में इसे 15% करने का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन अमेरिका चाहता है कि जापान अपनी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री अमेरिकी कंपनियों के लिए खोल दे। जापान की कंपनियां (टोयोटा, होंडा, निसान) पहले से ही दुनिया में मजबूत स्थिति रखती हैं। ऐसे में जापान अपनी घरेलू इंडस्ट्री को कमजोर करने वाली शर्तें मानने को तैयार नहीं है।
भारत-अमेरिका वार्ता भी टूटी
इससे पहले भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड वार्ता भी असफल हो चुकी है। ट्रंप प्रशासन ने भारत पर कुल 50% टैरिफ लागू कर दिया है। अमेरिका का कहना था कि भारत इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों, मेडिकल डिवाइसेज और कृषि सामान पर टैरिफ घटाए। लेकिन भारत ने घरेलू उद्योग और किसानों के हितों को देखते हुए इनकार कर दिया।
“अमेरिका फर्स्ट” नीति पर सवाल
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति उलटी पड़ रही है। टैरिफ बढ़ाकर दबाव बनाने की रणनीति से न सिर्फ भारत बल्कि जापान जैसे करीबी सहयोगी भी पीछे हट रहे हैं।
इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई ने कहा कि भारत को जापान जैसे भरोसेमंद साझेदारों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर जोर देना चाहिए। उनके अनुसार, “जापान अगले 20 सालों तक हर साल भारत में 30-40 अरब डॉलर का निवेश कर सकता है।”
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