पैगंबर विवाद के बीच कुवैत ने भारत से मांगा गाय का गोबर, पहली बार मिला गोबर का ऐसा ऑर्डर

Kuwait asked for cow dung from India: कुवैत के कृषि वैज्ञानिकों ने खजूर की खेती में गाय के गोबर को काफी फायदेमंद पाया है, इसके बाद कुवैत ने भारत से गाय का गोबर मंगाने का फैसला किया है, इससे पहले कुवैत ने ग्लोबल फूड क्राइसिस (Global Food Crisis) के बीच भारत से गेहूं भेजने का आग्रह किया था।

पैगंबर विवाद के बीच कुवैत ने भारत से मांगा गाय का गोबर, पहली बार मिला गोबर का ऐसा ऑर्डर

Cows will be cremated in traditional way in Jharkhand

Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 pm IST
Published Date: June 16, 2022 12:30 pm IST

Kuwait asked for cow dung from India: नई दिल्ली, 16 जून 2022। खाड़ी देश कुवैत ने पैगंबर मोहम्मद विवाद (Prophet Mohammad Row) के बीच अब गेहूं (Wheat) के बाद भारत को गाय के गोबर (Cow Dung) का बड़ा ऑर्डर दिया है। कुवैत में वैज्ञानिकों ने खजूर की खेती में गाय के गोबर का इस्तेमाल किया और पाया कि इससे उपज में इजाफा होता है, इसके बाद कुवैत ने भारत से गाय का गोबर मंगाने का फैसला किया। भारत को अब तक गोबर के लिए मिले सबसे बड़े विदेशी ऑर्डर की खेप राजस्थान (Rajasthan) और उत्तर प्रदेश से भेजी जा रही है।>>IBC24 News के Whatsapp Group से जुड़ने यहां Click करें<<

गोबर से पहले गेहूं की मांग

पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं सांसद राधा मोहन सिंह (Radha Mohan Singh) मंगलवार को कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) के कृषि विज्ञान केंद्र में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने दावा किया कि कुवैत के कृषि वैज्ञानिकों ने खजूर की खेती में गाय के गोबर को काफी फायदेमंद पाया है, इसके बाद कुवैत ने भारत से गाय का गोबर मंगाने का फैसला किया है। इससे पहले कुवैत ने ग्लोबल फूड क्राइसिस (Global Food Crisis) के बीच भारत से गेहूं भेजने का आग्रह किया था।

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गोबर के निर्यात की संभावनाएं बढ़ी

Kuwait asked for cow dung from India: राधा मोहन सिंह ने कहा कि कुवैत से मिले ऑर्डर के बाद गाय के गोबर के निर्यात की संभावनाएं बढ़ गई हैं। भारत गोबर का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, अब सरकार भी गोबर के निर्यात पर फोकस करने की रणनीति तैयार कर रही है। अभी मिले ऑर्डर के लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश से गोबर भेजा जा रहा है, आने वाले समय में गोबर के निर्यात में सभी राज्यों को शामिल करने की योजना है।

पहली बार मिला गोबर का ऐसा ऑर्डर

उन्होंने बताया कि कुवैत को गाय के गोबर की पहली खेप आज 15 जून को भेजी जा रही है। इसे राजस्थान के कनकपुरा रेलवे स्टेशन से मुंबई भेजा जा रहा है, वहां से गोबर को जहाज के जरिए कुवैत ले जाया जाएगा। इस खेप को कस्टम विभाग की निगरानी में जयपुर के टोंक रोड स्थित श्री पिंजरापोल गोशाला में सनराइज ऑर्गेनिक पार्क में पैक किया गया है। इस पहली खेप में कुवैत को 192 मीट्रिक टन गोबर की आपूर्ति की जा रही है। पहली बार भारत को किसी देश से गोबर के लिए इतना बड़ा ऑर्डर मिला है।

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गोबर के इस्तेमाल से बढ़ा खजूर का उत्पादन

कुवैत में कृषि वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पाया कि गाय के गोबर को पाउडर के रूप में प्रयोग करने से खजूर की फसल बढ़ रही है, इसके इस्तेमाल से फल के आकार और उत्पादन की मात्रा दोनों में अच्छी बढ़ोतरी हुई। इसके बाद कुवैत की कंपनी लैमोर ने गाय के गोबर का एक बड़ा ऑर्डर भारत को दिया।

आपको बता दें कि भारत में करीब 30 करोड़ मवेशी हैं, इनसे हर रोज करीब 30 लाख टन गोबर का उत्पादन होता है। भारत में गोबर का मुख्य इस्तेमाल उपला बनाकर ईंधन के रूप में किया जाता है। हालांकि ब्रिटेन और चीन समेत कई देशों में गोबर से बिजली व गोबर गैस का उत्पादन किया जाता है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com