किसानों की बढ़ी चिंता, यहां पड़ रही भीषण गर्मी के बाद सूखागस्त घोषित

जंगल की आग का खतरा भी बढ़ रहा है। इससे पहले, 2018 में सूखा घोषित किया गया था और 2011 में भी स्थिति गंभीर हो गई थी।

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  • Publish Date - August 12, 2022 / 09:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:47 PM IST

scorching heat in uk

लंदन, लगातार पड़ रही भीषण गर्मी के बीच शुक्रवार को इंग्लैंड के एक बड़े हिस्से को आधिकारिक रूप से सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया। इसका अर्थ है कि उन क्षेत्रों के निवासियों के लिए पानी के घरेलू और व्यावसायिक उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।

सूखाग्रस्त क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिम, दक्षिणी और मध्य इंग्लैंड के हिस्सों के अलावा पूरा पूर्वी इंग्लैंड शामिल है। राष्ट्रीय सूखा समूह ने सूखे की स्थिति की घोषणा करने से पहले शुक्रवार को बैठक की। इस समूह में पर्यावरण एजेंसी, सरकार, जल कंपनियों और प्रमुख प्रतिनिधि समूहों के सदस्य शामिल हैं।

ब्रिटेन के जल मंत्री स्टीव डबल ने कहा कि देश के कुछ हिस्से भीषण गर्मी के दूसरे दौर का सामना कर रहे हैं। इससे पहले जुलाई में भीषण गर्मी की स्थिति थी। उन्होंने कहा, ‘हम शुष्क मौसम के लिए पहले से कहीं बेहतर तरीके से तैयार हैं, लेकिन हम स्थिति पर बारीकी से नजर रखेंगे, जिसमें किसानों और पर्यावरण पर इसका प्रभाव शामिल है, और आवश्यकतानुसार आगे कार्रवाई करेंगे।’

प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों और कारोबारियों से संसाधनों पर बढ़ते दबाव को लेकर ‘बहुत सतर्क’ रहने का आग्रह किया गया है। उनसे यह भी कहा गया है कि वे पानी का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करें।

ब्रिटेन की पर्यावरण एजेंसी के अनुसार, इंग्लैंड में लगातार पांच महीनों से बारिश की मात्रा औसत से कम रही है वहीं तापमान औसत से अधिक रहा है। इस वजह से मिट्टी सूख गई है और कृषि व जल आपूर्ति के साथ ही वन्यजीव भी प्रभावित हुए हैं। वहीं जंगल की आग का खतरा भी बढ़ रहा है। इससे पहले, 2018 में सूखा घोषित किया गया था और 2011 में भी स्थिति गंभीर हो गई थी।