पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में मरियम नवाज और नवनिर्वाचित विधायकों ने नारेबाजी के बीच शपथ ली

पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में मरियम नवाज और नवनिर्वाचित विधायकों ने नारेबाजी के बीच शपथ ली

पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में मरियम नवाज और नवनिर्वाचित विधायकों ने नारेबाजी के बीच शपथ ली
Modified Date: February 23, 2024 / 09:03 pm IST
Published Date: February 23, 2024 9:03 pm IST

(एम जुल्करनैन)

लाहौर, 23 फरवरी (भाषा) पाकिस्तान के तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने शुक्रवार को पंजाब विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेने के साथ ही अपनी विधायी पारी की शुरुआत की। अभी उनके द्वारा इस प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया जाना बाकी है।

पंजाब विधानसभा के 337 निर्वाचित विधायकों में से एक मरियम (50) ने शुक्रवार को शपथ ग्रहण की और इस दौरान शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्यों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की।

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पीटीआई ने ‘सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल’ (एसआईसी) के साथ हाथ मिला लिया है।

विधानसभा के निवर्तमान अध्यक्ष सिब्तैन खान ने मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार मरियम नवाज सहित 200 पीएमएल-एन विधायकों को पद की शपथ दिलाई। एसआईसी 113 में से लगभग 100 ने भी शपथ ली। एसआईसी-पीटीआई उम्मीदवार असलम इकबाल और कुछ अन्य नेता विधानसभा नहीं पहुंचे।

शपथ दिलाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने घोषणा की कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव शनिवार को होंगे।

सभी पीएमएल-एन विधायक नवाज शरीफ की तस्वीर के साथ सदन में पहुंचे थे और शरीफ के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुये उनके समर्थन में नारे लगाये। नवाज शरीफ ने आश्चर्यजनक रूप से अपने छोटे भाई को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया है।

एसआईसी-पीटीआई विधायकों ने ‘‘जनादेश चोर’’ के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि एक बार जब अदालत इस मामले में अपना फैसला सुना देगी तो वे सरकार बना लेंगे।

पाकिस्तान के इतिहास में पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम का पहली महिला मुख्यमंत्री बनना तय है क्योंकि उनकी पार्टी के पास अब पंजाब विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत है।

दूसरी ओर, पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने एसआईसी-पीटीआई को महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों से वंचित कर दिया है।

ईसीपी ने कहा कि उसने समय पर महिलाओं और आरक्षित सीटों की सूची जमा नहीं की है। इस मामले में एसआईसी की अपील ईसीपी के पास लंबित है।

भाषा खारी माधव

माधव


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