इस्लामाबाद। तालिबान के ‘गॉडफादर‘ कहे जाने वाले मौलाना समी-उल हक की शुक्रवार को पाकिस्तान में हत्या कर दी गई। पाकिस्तान में हक को एक धार्मिक नेता के तौर पर जाना जाता रहा है। वह सांसद भी रह चुका है। हक कट्टरपंथी राजनीतिक पार्टी जमात उलेमा-ए-इस्लाम-समी (जेयूआई-एस) का प्रमुख था।
चीन दौरे पर गए हुए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। इमरान ने हक की मौत पर कहा, ‘उन्हें पाकिस्तान की सेवा के लिए हमेशा याद किया जाएगा। देश ने एक प्रमुख धार्मिक नेता खो दिया है।‘ पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि हक की हत्या रावलपिंडी स्थित उसके घर में की गई है। इसकी पुष्टि समी-उल हक के परिवार और पार्टी के लोगों ने भी की है। परिवार के लोगों ने बताया कि हमलावरों ने कई बार चाकू घोंपकर उसे मारा है।
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हक के बेटे मौलाना हमीदुल हक के मुताबिक, ‘वह इस्लामाबाद में एक प्रदर्शन में हिस्सा लेने जा रहे थे, लेकिन रास्ते बंद होने की वजह से वापस आ गए। जब वह अपने कमरे में आराम कर रहे थे तो उनका ड्राइवर/गार्ड कुछ समय के लिए बाहर चला गया।‘ हक के बेटे ने कहा कि जब ड्राइवर वापस लौटा तो उसने देखा कि मौलाना मर चुके थे और उनका शरीर और बिस्तर पूरी तरह खून से सना था’।
हक की पार्टी के एक नेता ने बताया कि जिस समय मौलाना की हत्या हुई, उस समय घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। इसलिए हक की हत्या किसने की, इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। वह खैबर पख्तूनख्वा के अकोरा खटक कस्बे में इस्लामिक संगठन दारुल उलूम हक्कानिया का मुखिया भी था।
वेब डेस्क, IBC24