मुसलमानों, हिंदुओं, बौद्धों और ईसाईयों सभी का है बांग्लादेश: तारिक रहमान

मुसलमानों, हिंदुओं, बौद्धों और ईसाईयों सभी का है बांग्लादेश: तारिक रहमान

मुसलमानों, हिंदुओं, बौद्धों और ईसाईयों सभी का है बांग्लादेश: तारिक रहमान
Modified Date: December 25, 2025 / 10:26 pm IST
Published Date: December 25, 2025 10:26 pm IST

(फोटो के साथ)

ढाका, 25 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान ने बृहस्पतिवार को लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने एक समावेशी समाज का दृष्टिकोण पेश करते हुए कहा कि देश मुसलमान, हिंदू, बौद्ध और ईसाई सभी धर्म के लोगों का है।

रहमान ने 17 साल बाद पहली बार पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए यह बात कही। पिछले साल अगस्त में अंतरिम सरकार बनने के बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, के खिलाफ कई घटनाएं हुई हैं।

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रहमान ने ढाका हवाई अड्डे से सीधे जुलाई 36 एक्सप्रेसवे पर पहुंचने के बाद हजारों समर्थकों से कहा, “अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर देश का निर्माण करें। यह देश पहाड़ियों और मैदानी इलाकों के लोगों, मुसलमानों, हिंदुओं, बौद्धों और ईसाइयों का है। हम एक सुरक्षित बांगलादेश बनाना चाहते हैं, जहां हर महिला, पुरुष और बच्चा अपने घर से सुरक्षित रूप से बाहर जा सके और सुरक्षित रूप से वापस आ सके।”

बांगलादेश में हिंदू आबादी को पिछले साल अगस्त में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद कई हिंसक घटनाओं का सामना करना पड़ा है। हाल ही में, मैमेनसिंह शहर में 25 वर्षीय हिंदू श्रमिक को भीड़ ने पीटकर मार डाला था।

भारत ने बांगलादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, पर हमलों को लेकर चिंता जाहिर की है।

सोमवार को अल्पसंख्यक समूहों ने ढाका में विरोध-प्रदर्शन किया और अंतरिम सरकार पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया।

इससे पहले, रहमान 17 साल से अधिक समय तक स्वनिर्वासन में रहने के बाद बृहस्पतिवार को ढाका लौट आए, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया।

बीएनपी के सचिव जनरल मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर और पार्टी के अन्य नेताओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच ढाका में हजरत शाहजलाल हवाई अड्डे पर रहमान का स्वागत किया। रहमान के साथ उनकी पत्नी जुबैदा रहमान और बेटी जैमा रहमान भी थीं।

रहमान 2008 से लंदन में रह रहे थे। वह पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की तबीयत खराब होने के बाद 2018 से बीएनपी की प्रभावी रूप से अगुवाई कर रहे हैं।

बीएनपी फरवरी में होने वाले चुनावों में सत्ता हासिल करने के लिए प्रमुख दावेदार के रूप में उभरी है, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री हसीना की पार्टी अवामी लीग के चुनाव में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

वर्ष 2001 से 2006 तक बीएनपी के कार्यकाल के दौरान पार्टी की सहयोगी रही जमात-ए-इस्लामी अब उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानी जा रही है, क्योंकि अंतरिम सरकार ने देश के कठोर आतंकवाद-रोधी कानून के तहत एक कार्यकारी आदेश के जरिये अवामी लीग के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

रहमान की वापसी ऐसे समय में हुई है, जब प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद से देश में अशांति फैल गई है, जिसने पूरे बांग्लादेश को अपनी चपेट में ले लिया है। हादी ने हसीना को सत्ता से बेदखल करने में अहम भूमिका निभाई थी।

देश के अगले प्रधानमंत्री बनने के प्रमुख दावेदार रहमान ने शाहजलाल हवाई अड्डे पर पहुंचने के तुरंत बाद नंगे पैर बांग्लादेशी धरती पर खड़े होकर देश की राजनीति में अपनी वापसी को प्रतीकात्मक रूप से चिन्हित किया।

कुछ ही घंटे बाद, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के 60 वर्षीय बेटे रहमान ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए देश में शांति व स्थिरता बनाए रखने का आह्वान किया और ‘समावेशी बांगलादेश’ बनाने के लिए एक व्यापक योजना पेश की।

रहमान ने अमेरिकी नागरिक अधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग के प्रसिद्ध उद्धरण “आई हैव अ ड्रीम” का जिक्र करते हुए कहा, “मेरे पास अपने देश के लोगों और अपने देश के लिए एक योजना है।”

रहमान ने कहा कि वह समावेशी बांग्लादेश बनाना चाहते हैं, जहां हर जाति, नस्ल, धर्म के लोग शांतिपूर्ण माहौल में रह सकें।

बीएनपी ने जब लंदन से रहमान की वापसी की योजना की घोषणा की थी, तो रहमान ने कहा था, “जिस तरह कोई बच्चा, अपनी गंभीर रूप से बीमार मां के संकट के समय में उसके पास होना चाहता है, वैसे ही मैं बांग्लादेश लौटना चाहता हूं।”

रहमान की ढाका वापसी ऐसे समय में हुई है, जब बांगलादेश-भारत संबंध तेजी से खराब हो रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अपने संबोधन में भारत का प्रत्यक्ष रूप से कोई जिक्र नहीं किया।

बीएनपी नेता बुलेटप्रूफ बस में सवार होकर हवाई अड्डे से रवाना हुए थे।

हवाई अड्डे से रवाना होने से पहले, रहमान ने फोन पर बातचीत में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद युनूस को धन्यवाद दिया। यूनुस ने उनकी सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्था और उनके घर वापसी से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन के लिए समर्थन दिया था।

बीएनपी की ओर से साझा किए गए एक वीडियो संदेश में रहमान को यह कहते हुए देखा गया, “मैं अपनी और अपने परिवार की ओर से आपका आभार व्यक्त करता हूं। खासकर, मेरी सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के लिए कर्तज्ञता जताता हूं।”

रहमान ने 1971 में बांग्लादेश की स्थापना का भी जिक्र किया।

उन्होंने पिछले साल हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के गिरने का जिक्र करते हुए कहा, “जिस तरह 1971 में, सभी वर्गों के लोगों ने मिलकर इस देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा की, वैसे ही 2024 में भी लोगों ने एकजुट होकर शेख हसीना सरकार को सत्ता से बाहर किया।”

रहमान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ढाका में करीब 4,000 सैनिक, अर्धसैनिक बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के कर्मी, दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस पुलिसकर्मी और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

भाषा जोहेब पारुल

पारुल


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