गरीबी से निपटने के लिए धन जुटाने की खातिर स्पेन में राष्ट्रों की बैठक

गरीबी से निपटने के लिए धन जुटाने की खातिर स्पेन में राष्ट्रों की बैठक

गरीबी से निपटने के लिए धन जुटाने की खातिर स्पेन में राष्ट्रों की बैठक
Modified Date: June 30, 2025 / 07:18 pm IST
Published Date: June 30, 2025 7:18 pm IST

बार्सिलोना (स्पेन), 30 जून (एपी) अमीर और गरीब देशों के बीच बढ़ते अंतर से निपटने तथा इसे पाटने के लिए आवश्यक खरबों डॉलर की धनराशि जुटाने की कोशिश के तहत स्पेन में एक उच्च स्तरीय सम्मेलन आयोजित हो रहा है जिसमें दुनिया के कई देशों के नेता शिरकत करेंगे।

अमेरिका का इसमें प्रमुख योगदान होता था, लेकिन अब उसने भागीदारी से पीछे हट गया है। इसलिए वित्तपोषण प्राप्त करना कठिन होगा।

स्पेन के दक्षिणी शहर सेविल में ‘विकास के लिए वित्तपोषण’ पर चार दिवसीय बैठक ऐसे समय हो रही है, जब कई देश बढ़ते कर्ज के बोझ, घटते निवेश, घटती अंतरराष्ट्रीय सहायता और बढ़ती व्यापार बाधाओं का सामना कर रहे हैं।

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संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सम्मेलन में अपने उद्घाटन भाषण में कहा, ‘वित्तपोषण विकास का इंजन है। और अभी, यह इंजन लड़खड़ा रहा है।’

उन्होंने कहा, ‘हम यहां विकास की दिशा बदलने, विकास के इंजन की मरम्मत करने और उसे गति देने के लिए आए हैं, ताकि अपेक्षित पैमाने और गति से निवेश में तेजी लाई जा सके।’

सम्मेलन के सह-मेजबान संयुक्त राष्ट्र और स्पेन का मानना है कि यह बैठक विकास को बढ़ावा देने के लिए 4000 अरब अमेरिकी डॉलर के वार्षिक वित्तपोषण की कमी को दूर करने, लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने और 2030 के लिए संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने का एक अवसर है।

यह सम्मेलन वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच हो रहा है।

स्‍पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रतिनिधियों से कहा, ‘उनकी सरकार का मानना ​​है कि यह शिखर सम्मेलन हमारे लिए दिशा बदलने का अवसर है, ताकि हम उन लोगों के सामने अपनी आवाज़ उठा सकें जो हमें यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि प्रतिद्वंद्विता और प्रतिस्पर्धा मानवता और उसके भविष्य के लिए दिशा तय करेगी।’

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सम्मेलन में 70 से अधिक विश्व नेताओं सहित उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों, विकास बैंकों, परोपकारी संगठनों, निजी क्षेत्र और नागरिक संस्थाओं के लोग भी शामिल हो रहे हैं।

एपी नोमान अविनाश

अविनाश


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