Publish Date - September 10, 2019 / 11:21 AM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST
जिनीवा: जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। दुनिया भर के हथकंडे अपनाने के बाद भी पाकिस्तान को सभी ओर से निराशा ही हाथ लग रही है। अब पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाने का प्रयास किया है। पाकिस्तान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सामने 115 पेज का झूठ का पुलिंदा पेश किया।
115 पेज के इस पुलिंदे में पाकिस्तान ने भारत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि जम्मू—कश्मीर से धारा 370 को हटाकर मोदी सरकार ने मानवाधिकार का हनन किया है। कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा नहीं है और यूएन को इसमें दखल देना चाहिए। पाकिस्तान के आरोपों पर भारत अपना जवाब प्रस्तुत करेगा।
विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इसमें कश्मीर में जबरन मुस्लिमों को अल्पसंख्यक बनाने की बात कही गई थी, लेकिन धारा 370 खत्म करके भारत सरकार ने उनके साथ धोखा किया है।
कश्मीर भारत का आतंरिक मुद्दा नहीं है। कश्मीर में कब्रिस्तान जैसी खामोशी छाई हुई है। वहां नरसंहार किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के लोगों के मूलभूत अधिकारों को भारत द्वारा रौंदा गया है। वहां के लोग लगातार मौलिक स्वतंत्रता के उल्लंघनों का शिकार हो रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में 7 से 10 लाख सेना है। पिछले छह सप्ताह में भारत ने जम्मू-कश्मीर को दुनिया का सबसे बड़ा कैदखाना बना दिया है। वहां जरूरी वस्तुएं भी उपलब्ध नहीं हैं।
कश्मीर में 6 हजार से ज्यादा नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, स्टूडेंट्स गिरफ्तार किए गए हैं। वह रोहिंग्या और गुजरात दंगे का जिक्र करने से भी नहीं चूका।
दक्षिण एशिया में परमाणु युद्ध की आशंकाओं को टालना होगा।
पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी से मांग की कि वह भारत से अपील करे कि कश्मीर में पेलेट गन खत्म किए जाएं और वहां से कर्फ्यू हटाया जाए।
खुद अपने देश में मानवाधिकार उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाए।
कुरैशी ने मांग की कि ऑफिस ऑफ हाई कमिश्नर जम्मू-कश्मीर की स्थितियों की पड़ताल करे।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने मांग की कि मानवाधिकार संगठनों और अंतररराष्ट्रीय मीडिया को कश्मीर जाने दे।