(एम जुल्करनैन)
लाहौर, आठ अगस्त (भाषा) एमनेस्टी इंटरनेशनल ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों को विरोध प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी के सदस्यों को किसी ‘‘निष्पक्ष अदालत’’ के समक्ष सुनवाई के माध्यम से ‘‘अपनी हिरासत की वैधानिकता को चुनौती देने’’ का मौका दिया जाना चाहिए।
ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार एनजीओ की यह टिप्पणी खान द्वारा बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किए जाने के एक दिन बाद आई है, जिसे शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने पाकिस्तान विरोधी बताया है।
एमनेस्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तानी अधिकारियों को देश में नागरिकों पर सैन्य मुकदमे बंद करने चाहिए क्योंकि ये अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत पाकिस्तान के दायित्वों के अनुरूप नहीं हैं।’’
इसमें कहा गया है कि खान को पांच अगस्त, 2023 को गिरफ्तारी के बाद से हिरासत में दो साल हो गए हैं।
बयान में कहा गया है कि उनके परिवार के सदस्यों ने जेल अधिकारियों द्वारा किए गए व्यवहार, विशेष रूप से मनमाने ढंग से कानूनी सलाहकारों और परिवार के सदस्यों तक पहुंच से इनकार को लेकर चिंता जताई है।
बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों और नेताओं को भी इसी तरह निशाना बनाया गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘एमनेस्टी इंटरनेशनल पाकिस्तानी अधिकारियों से विरोध प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान करने का आह्वान करता है।’’
बयान में कहा गया है, ‘‘उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इमरान खान और ‘पीटीआई’ पार्टी के सदस्यों और समर्थकों को उचित (कानूनी) प्रक्रिया का अधिकार दिया जाए और एक सक्षम, स्वतंत्र और निष्पक्ष अदालत के समक्ष सुनवाई के माध्यम से उनकी हिरासत की वैधता को चुनौती देने का अवसर प्रदान किया जाए।’’
भाषा देवेंद्र अविनाश
अविनाश