पेशावर, 13 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार सुहैल अफरीदी को सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का नया मुख्यमंत्री चुना गया। हालांकि इस दौरान विपक्ष ने सदन से बहिर्मगन किया।
खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा के अध्यक्ष बाबर सलीम स्वाती ने विपक्ष के बहिर्गमन के बावजूद मतदान की प्रक्रिया जारी रखी।
अफरीदी को 145 में से 90 वोट मिले, जबकि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के उम्मीदवारों को कोई वोट नहीं मिला।
पार्टी के संस्थापक इमरान खान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए अफरीदी ने कहा, “उन्होंने साधारण से कार्यकर्ता, मध्यम वर्गीय परिवार से जुड़े व्यक्ति और राजनीति से कोई पारिवारिक संबंध नहीं रखने वाले शख्स को मुख्यमंत्री चुना।”
विपक्षी दलों ने इस चुनाव को “असंवैधानिक” बताया।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इबादुल्लाह ने कहा, “संविधान के अनुसार पहले इस्तीफा स्वीकार किया जाता है, फिर प्रशासन मंत्रिमंडल को गैर-अधिसूचित करता है।”
उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री आमिर अली गंडापुर का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया, इसलिए यह चुनाव “अवैध” है। इसके बाद विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि गंडापुर ने दो बार इस्तीफा भेजा था ।
उन्होंने कहा, “संविधान लोगों की इच्छा के अनुसार नहीं चलता।”
इससे पहले, राज्यपाल फैसल करीम कुंदी ने “हस्ताक्षर असमानता” के कारण गंडापुर का इस्तीफा वापस कर दिया था और उन्हें 15 अक्टूबर को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था।
रविवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुंदी ने कहा कि गंडापुर ने दोबारा इस्तीफा भेजते हुए स्पष्टीकरण दिया है।
भाषा जोहेब मनीषा
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