विशाखापत्तनम, छह दिसंबर (भाषा) कुलदीप यादव और प्रसिद्ध कृष्णा की शानदार गेंदबाजी से भारत ने क्विंटन डिकॉक की आक्रामक शतकीय पारी के बावजूद तीन मैचों की श्रृंखला के तीसरे और निर्णायक मैच में शनिवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 47.5 ओवर में 270 रन पर आउट कर दिया।
डिकॉक ने 89 गेंद की पारी में आठ चौके और छह छक्के की मदद से 106 रन बनाने के अलावा कप्तान तेम्बा बावुमा (48) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 और मैथ्यू ब्रीट्जके (24) के साथ तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की।
दक्षिण अफ्रीका 28वें ओवर तक दो विकेट पर 167 रन बनाकर बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन कृष्णा (9.5 ओवर में 66 रन पर एक विकेट) ने 29वें ओवर में दो विकेट लेकर भारत की वापसी कराने के बाद डिकॉक को भी चलता किया। इसके बाद कुलदीप (10 ओवर में 41 रन पर चार विकेट) ने डेवाल्ड ब्रेविस (29), मार्को यानसन (17) और कोर्बिन बोश (नौ) जैसे आक्रामक बल्लेबाजों को आउट कर मैच पर भारत का दबदबा बनाये रखा।
भारत 20 वनडे मैचों के लंबे अंतराल के बाद टॉस जीतने में सफल रहा। अर्शदीप सिंह (36 रन पर एक विकेट) ने टीम में वापसी कर रहे रेयान रिकल्टन को खाता खोले बगैर चलता कर पहले ओवर में ही टीम को सफलता दिला दी। डिकॉक ने चौथे ओवर में हर्षित राणा (बिना किसी सफलता के 44 रन) के खिलाफ लगातार दो चौके जड़ आत्मविश्वास हासिल किया।
भारतीय गेंदबाजों ने आठवें ओवर में डिकॉक और बावुमा के खिलाफ शिकंजा कसे रखा लेकिन इसके बाद गेंदबाजी के लिए आये कृष्णा के शुरुआती दो ओवरों डिकॉक ने तीन छक्के और एक चौका जड़ रन गति को बढ़ा दिया। कृष्णा ने अपने शुरुआती दो ओवरों में 27 रन लुटाये।
शुरुआती दो वनडे में संघर्ष करने वाले डिकॉक ने रविंद्र जडेजा (50 रन पर एक विकेट) के खिलाफ छक्के के साथ 16वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया।
दूसरे छोर से एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी कर रहे तेम्बा बावुमा ने जडेजा के खिलाफ रिवर्स स्वीप पर शानदार चौका लगाने के बाद एक रन के साथ 19 ओवर में दक्षिण अफ्रीका के रनों का शतक पूरा किया। वह हालांकि इस गेंदबाज की धीमी गेंद से सामंजस्य बिठाने में नाकाम रहे और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर कोहली के हाथों में चली गयी।
कप्तान के पवेलियन लौटने का डिकॉक पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने जडेजा के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ दिया तो वहीं क्रीज पर कुछ समय बिताने के बाद शानदार लय में चल रहे ब्रीट्जके ने तिलक वर्मा की लगातार गेंदों पर दो बड़े छक्के लगाये।
कृष्णा ने अपने दूसरे स्पैल में शानदार वापसी की। उन्होंने पारी के 29वें ओवर में ब्रीट्जके को पगबाधा करने के बाद पिछले मैच के शतकवीर मारक्रम को एक रन पर चलता कर दो झटके दिये।
इन दो झटकों से बेपरवाह डिकॉक ने राणा के खिलाफ छक्के के साथ 80 गेंद में अपना 23वां वनडे शतक पूरा किया। ब्रेविस ने इसी ओवर में चौके से अपना खाता खोलने के बाद अर्शदीप की गेंद को दर्शकों के पास पहुंचाया।
कृष्णा ने डिकॉक को बोल्ड कर उनकी शतकीय पारी पर विराम लगाया। ब्रेविस और यानसन ने इसके बाद आक्रामक बल्लेबाजी से 35 रन की साझेदारी के दौरान भारतीय गेंदबाजों को परेशान करना जारी रखा लेकिन कुलदीप ने अपनी फिरकी पर दोनों को पवेलियन की राह दिखा दी।
कुलदीप ने अपनी गेंद पर ही कोर्बिन बोश (नौ) का कैच लपक कर दक्षिण अफ्रीका के बड़ा स्कोर खड़ा करने का सपना तोड़ दिया।
उन्होंने इसके बाद लुंगी एनगिडी को पगबाधा किया जबकि कृष्णा ने ओर्टनील बार्टमैन को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका की पारी समेटने की औपचारिकता पूरी की।
केशव महाराज 20 रन पर नाबाद रहे।
भाषा आनन्द नमिता
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