Emergency Helpline Numbers: मुसीबत कभी भी बता के दस्तक नहीं देती! यदि आपके मोबाइल में नहीं है ये ज़रूरी नंबर, तो आज ही सेव कर लें..

ज़िन्दगी अनिश्चित है कब क्या हो जाए ये कोई अंदाज़ा भी नहीं लगा सकता। इसलिए भारत सरकार द्वारा नागरिकों की सुरक्षा के लिए विभिन्न आपात कालीन हेल्पलाइन नंबर स्थापित किए हैं जो 24*7 उपलब्ध हैं इसलिए इन नम्बरों को अपने मोबाइल में सेव करना बहुत ज़रूरी है ताकि ज़रूरत के वक़्त काम आ सके..

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  • Publish Date - December 6, 2025 / 05:24 PM IST,
    Updated On - December 6, 2025 / 05:43 PM IST

Emergency Helpline Number list/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • क्या जीरो बैलेंस में भी चलते हैं ये हेल्पलाइन नंबर?
  • 2025 में भारत के सबसे ताकतवर इमरजेंसी नंबर, नोट करना न भूलें!

Emergency Helpline Numbers: रोज़ की इस भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में कब कौन सी परिस्थिति सामने आ जाए इसका अंदाजा लगाना भी बहुत मुश्किल है ज़िन्दगी अनिश्चित है! एक पल पहले सब ठीक था, लेकिन दूसरे ही पल में कब संकट के बादल मंडराने लग जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। फिर चाहे वह सड़क दुर्घटना हो, स्वास्थ्य समस्या हो या फिर कोई अपराध। सिर्फ अपने ही नहीं बल्कि कभी किसी और को भी तुरंत मदद की ज़रूरत पड़ जाती है। ऐसे वक़्त में त्वरित सहायता प्राप्त करना जीवन और मृत्यु का सवाल बन जाता है।

इमरजेंसी के दौरान, लोग अक्सर घबरा जाते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता या समय पर याद नहीं होता है कि किस परिस्थिति में कौन सा नंबर डायल करें। ऐसे में कई बार परिस्थिति इतनी गंभीर हो जाती है क्योंकि हम तुरंत उस सही हेल्पलाइन नंबर तक नहीं पहुँच पाते। भारत सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए विभिन्न आपात कालीन हेल्पलाइन नंबर स्थापित किए हैं जो 24*7 उपलब्ध है। इसलिए कुछ ज़रूरी हेल्पलाइन नंबर्स को अपने मोबाइल, डायरी या ऐसी जगह नोट करके रखना बहुत ही ज़रूरी है जहाँ इमरजेंसी के दौरान यह आसानी से मिल जाए। ऐसे वक़्त में यदि आपके फ़ोन में सही नंबर सेव हों, तो मात्र 5-10 मिनट में ही मदद आपके दरवाज़े तक पहुँच सकती है। तो आइये विस्तारपूर्वक जानते हैं सभी ज़रूरी आल-इंडिया हेल्पलाइन नंबर के बारे में..

मोबाइल में ज़रूर सेव करें ये Emergency Helpline Numbers!

राष्ट्रिय आपातकालीन नंबर – 112

सबसे पहले बात करते हैं राष्ट्रिय आपातकालीन नंबर – 112 की, यह एकमात्र ऐसा नंबर है जिसे डायल करने से पुलिस, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड तीनों एक साथ तत्पर हो जाती हैं चोरी, मारपीट, झगड़ा हो, कहीं आग लगी हो या कोई मेडिकल इमरजेंसी हो, इस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल करते ही बिना नेटवर्क के भी आपकी लोकेशन अपने आप ट्रैक हो जाती हैं। अगर आप किसी अज्ञात स्थिति में हैं तो हेल्पलाइन नंबर 112 डायल करने पर आपकी कॉल सहज रूप से सही विभाग को ट्रांसफर हो जाएगी।

स्वास्थ्य सम्बन्धी ज़रूरी हेल्पलाइन नंबर

108, सबसे तेज़ और मुफ्त एम्बुलेंस सेवा है। यदि अचानक तबियत ख़राब हो जाए, दुर्घटना हो, गर्भवती महिलाओं के लिए या किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी
में सबसे जरुरी नंबर।

104, स्वास्थ्य जानकारी या किसी भी मेडिकल सलाह के लिए हेल्पलाइन नंबर 104 मददगार है।

102, नवजात शिशु और प्रेग्नेंट महिलाओं से जुड़े मामलों में एम्बुलेंस सहायता के लिए ये ज़रूरी नंबर सेव कर लें।

रेलवे हेल्पलाइन नंबर (Railway Helpline Number) – 139

139, रेल यात्रा के दौरान चोरी, महिलाओं से छेड़छाड़, ट्रेन सम्बन्धी कोई जानकारी या खतरे की स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान करने वाला जरुरी नंबर।

साइबर क्राइम (Cyber Crime) हेल्पलाइन 1930

1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करते ही ऑनलाइन UPI फ्रॉड हो या ब्लैकमेलिंग, बैंक अकाउंट हैक हो या कोई डिजिटल स्कैम, इन सभी स्थिति में तुरंत शिकायत दर्ज करने और सहायता पाने के लिए ये सबसे ज़रूरी नंबर है। 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करने के 1 घंटे के अंदर आपका अकाउंट ब्लॉक करवाया जा सकता है।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर – 181

महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक ख़ास हेल्पलाइन है। 181 हेल्पलाइन नंबर मानसिक उत्पीड़न, घरेलु हिंसा या अन्य मुद्दों के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी में 24*7 अवेलेबल रहने वाला ये ज़रूरी नंबर है।

बच्चों की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर – 1098

बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर 1098, किसी भी बच्चे पर हो रहे अत्याचार, किडनैपिंग या किसी भी संकट की स्थिति में सबसे ज़रूरी नंबर सेव कर लें।

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फ़ोन में बैलेंस ज़ीरो हो या नेटवर्क न हो तो भी कॉल जाएगी?

हाँ! 112, 100, 101, 108, 1098, 181, 1930 – ये सारे नंबर ज़ीरो बैलेंस और किसी भी सिम से लग जाते हैं। लॉक स्क्रीन से भी इमरजेंसी कॉल का ऑप्शन रहता है।

इमरजेंसी में सबसे पहले कौन सा नंबर डायल करना चाहिए?

हमेशा 112 सबसे पहले डायल करें। यह पुलिस, फायर, एम्बुलेंस तीनों को एक साथ अलर्ट करता है। बाकी नंबर तभी यूज़ करें जब खास समस्या हो (जैसे सिर्फ़ साइबर फ्रॉड → 1930)।

साइबर फ्रॉड हो जाए तो 1930 पर कॉल करने से पैसे वापस मिल सकते हैं?

हाँ! अगर 1-2 घंटे के अंदर 1930 पर रिपोर्ट करें तो बैंक अकाउंट फ्रीज हो जाता है और 70-80% मामलों में पैसे वापस मिल जाते हैं। साथ में cybercrime.gov.in पर भी शिकायत करें।