कोरोना संक्रमण से उबरे लोगों को अगले 12 महीनों तक मृत्यु का खतरा अधिक : रिसर्च में बड़ा खुलासा

कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद जीवित बचे लोगों की अगले 12 महीनों में मृत्यु होने का खतरा उन लोगों की तुलना में दोगुना से अधिक हो सकता है,

कोरोना संक्रमण से उबरे लोगों को अगले 12 महीनों तक मृत्यु का खतरा अधिक : रिसर्च में बड़ा खुलासा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:03 pm IST
Published Date: December 1, 2021 6:37 pm IST

वाशिंगटन, एक दिसंबर (भाषा) higher risk of death: कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद जीवित बचे लोगों की अगले 12 महीनों में मृत्यु होने का खतरा उन लोगों की तुलना में दोगुना से अधिक हो सकता है, जिन्होंने हल्के या मध्यम स्तर के संक्रमण का सामना किया था या असंक्रमित रहे हैं। बुधवार को प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।

अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि 65 वर्ष से कम उम्र के मरीजों को मृत्यु का खतरा अधिक है और सिर्फ 20 प्रतिशत कोविड के गंभीर मरीजों की मौत हुई, जो रक्त के थक्के जमने या श्वसन तंत्र के नाकाम होने के चलते हुई। फ्रंटियर्स इन मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित होने पर दीर्घकालीन स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंच सकता है और टीकाकरण के जरिये रोग की गंभीरता को रोकने के महत्व को रेखांकित किया।

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अमेरिका के फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के प्रोफसर एवं अध्ययन के मुख्य लेखक आर्क मैनस ने कहा, ‘‘हमने एक अध्ययन किया जिसमें यह प्रदर्शित हुआ कि गंभीर रूप से संक्रमित रहने के बाद इससे उबर चुके मरीजों के अगले छह महीनों में अस्पताल में भर्ती होने की कहीं अधिक संभावना है।’’

अनुसंधानकर्ताओं ने 13,638 मरीजों के इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकार्ड का अध्ययन किया। उनकी आरटी-पीसीआर जांच की गई। उनमें से 178 मरीज कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित थे, 246 को हल्का या मध्यम संक्रमण था तथा शेष की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अध्ययन में शामिल किये गये सभी मरीज रोग से उबर चुके थे और अनुसंधानकर्ताओं ने अगले 12 महीने तक उनके स्वास्थ्य का अध्ययन किया।

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अध्ययन में पाया गया है कि असंक्रमित या हल्के या मध्यम संक्रमण से पीड़ित मरीजों की तुलना में कोविड से गंभीर रूप से पीड़ित रहने के बाद इससे उबरे मरीजों की अगले एक साल में मृत्यु होने की अधिक गुंजाइश पाई गई।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com