मार्कोस की हत्या संबंधी टिप्पणी के लिए फिलीपीन की उपराष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया गया

मार्कोस की हत्या संबंधी टिप्पणी के लिए फिलीपीन की उपराष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया गया

मार्कोस की हत्या संबंधी टिप्पणी के लिए फिलीपीन की उपराष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया गया
Modified Date: February 6, 2025 / 08:27 am IST
Published Date: February 6, 2025 8:27 am IST

मनीला, छह फरवरी (एपी) फिलीपीन की उपराष्ट्रपति सारा डुटेर्टे के खिलाफ बुधवार को महाभियोग की कार्यवाही की गई।

डुटेर्टे पर राष्ट्रपति फर्डिनांड मार्कोस जूनियर की हत्या की साजिश रचने, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने और विवादित दक्षिण चीन सागर में फिलीपीन की सेना के खिलाफ चीन की आक्रामक कार्रवाई की कड़ी निंदा करने में विफल रहने के आरोप हैं।

प्रतिनिधि सभा के सांसदों के इस कदम से एशियाई देश के दो सर्वोच्च नेताओं के बीच राजनीतिक दरार और गहरा गई है। उपराष्ट्रपति के महाभियोग की कार्यवाही का समर्थन करने वाले प्रतिनिधि सभा के सांसदों में से कई राष्ट्रपति मार्कोस के सहयोगी हैं।

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मार्कोस ने अमेरिका के साथ रक्षा संबंधों को बढ़ावा दिया है, जबकि उपराष्ट्रपति के पिता पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे ने 2022 में समाप्त हुए अपने कार्यकाल के दौरान चीन और रूस के साथ मधुर संबंध कायम करने पर जोर दिया था।

सारा डुटर्टे ने अपने महाभियोग पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनके भाई एवं सांसद पाओलो डुटर्टे ने कहा कि ‘‘यह स्पष्ट तौर पर राजनीतिक उत्पीड़न की कार्रवाई है।’’

उन्होंने कहा कि प्रतिद्वंद्वी सांसदों ने प्रस्ताव पर जल्द हस्ताक्षर करवाने और सीनेट में ‘‘बेबुनियाद महाभियोग मामले’’ को आगे बढ़ाने के लिए तिकड़मबाजी की।

डुटर्टे ने बार-बार मार्कोस, उनकी पत्नी और उनके रिश्तेदार प्रतिनिधि सभा के ‘स्पीकर’ मार्टिन रोमुअलडेज पर भ्रष्टाचार, कमजोर नेतृत्व और उन्हें चुप कराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

मार्कोस का कार्यकाल 2028 में समाप्त होने वाला है और उनके बाद डुटेर्टे को राष्ट्रपति पद का संभावित दावेदार माना जाता है।

प्रतिनिधि सभा के महासचिव रेजिनाल्ड वेलास्को ने कांग्रेस (फिलीपीन की संसद) के निचले सदन की एक पूर्ण बैठक में बताया कि कम से कम 215 सांसदों ने डुटेर्टे पर महाभियोग चलाने से संबंधित प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं, जो सदन द्वारा उनके खिलाफ महाभियोग चलाने पर विचार करने के लिए पर्याप्त संख्या है।

सदन के सांसदों से पर्याप्त समर्थन मिलने के बाद महाभियोग की शिकायत को सीनेट को भेजने का आदेश दिया गया, जो एक महाभियोग न्यायाधिकरण के रूप में कार्य करेगी और उपराष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा चलाएगी।

एपी सुरभि पारुल

पारुल


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