पोप लियो चौदहवें ने अपने चुनाव के बाद पहली सभा में कार्डिनलों से बातचीत की

पोप लियो चौदहवें ने अपने चुनाव के बाद पहली सभा में कार्डिनलों से बातचीत की

पोप लियो चौदहवें ने अपने चुनाव के बाद पहली सभा में कार्डिनलों से बातचीत की
Modified Date: May 9, 2025 / 05:52 pm IST
Published Date: May 9, 2025 5:52 pm IST

वेटिकन सिटी, नौ मई (एपी) पहले उत्तरी अमेरिकी पोप के तौर पर अपने ऐतिहासिक चुनाव के बाद पोप लियो चौदहवें ने शुक्रवार को सिस्टाइन चैपल में पहली सभा की। इस दौरान उन्होंने कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने के लिए उन्हें चुनने वाले उच्च पादरियों (कार्डिनल) से बातचीत की।

लियो ने उन कार्डिनल से अंग्रेजी में खुलकर बात की, जिन्होंने उन्हें कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने के लिए चुना था।

लियो ने उन्हें दी गई बड़ी जिम्मेदारी को स्वीकार किया और फिर एक संक्षिप्त संबोधन में कहा कि ईसाई धर्म को उस दुनिया में खुशी-खुशी फैलाने की जरूरत है, जो अक्सर उसका उपहास करती है।

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उन्होंने कहा, “आपने मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं जानता हूं कि आप सभी मेरे साथ चलेंगे, जिस तरह हम एक चर्च के रूप में, एक समुदाय के रूप में, यीशु के मित्रों के रूप में, आस्थावानों के रूप में साथ चलते आए हैं।”

शिकागो में जन्मे ऑगस्टीनियन मिशनरी रॉबर्ट प्रीवोस्ट के चुनाव ने बृहस्पतिवार को सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। इससे पहले कभी कोई अमेरिकी पोप नहीं चुना गया था।

पोप लियो 14 (69 वर्ष) ने लाल रंग की पारपंरिक टोपी पहन रखी थी, जो पोप फ्रांसिस ने 2013 में अपने चुनाव के समय पहनी थी।

पोप ने दुनिया के लिए अपने पहले संदेश में कहा, “हमें साथ मिलकर यह पता लगाने का प्रयास करना चाहिए कि हम एक मिशनरी चर्च कैसे बनें, एक ऐसा चर्च जो लोगों के बीच सेतुओं के तौर पर काम करता हो, संवाद स्थापित करता हो, जो हमेशा स्वागत के लिए खुला रहता हो।”

इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नए पोप का अमेरिकी होना उनके देश के लिए सम्मान की बात है।

उन्होंने कहा, “इससे ज्यादा सम्मान की बात क्या हो सकती है? हम थोड़े आश्चर्यचकित और बहुत खुश हैं।”

एपी जोहेब दिलीप

दिलीप


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