Birthright Citizenship: गर्भवती महिलाओं की बढ़ी परेशानी.. 20 फरवरी से बदलने जा रहा ये नियम, समय से पहले डिलीवरी के लिए अस्पताल में उमड़ रही भीड़
Birthright Citizenship: गर्भवती महिलाओं की बढ़ी परेशानी.. 20 फरवरी से बदलने जा रहा ये नियम, समय से पहले डिलीवरी के लिए अस्पताल में उमड़ रही भीड़
Donald Trump ends Birthright Citizenship| Photo Credit: Pexels
Donald Trump ends Birthright Citizenship: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2025 को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले चुके हैं। शपथ लेते ही ट्रंप ने कई बड़ी घोषणाएं की तो वहीं बहुत से नियमों में बदलाव भी किए। जन्म के आधार पर नागरिकता को लेकर भी ट्रंप ने फैसला लिया, जिसके बाद गर्भवती महिलाएं चिंता में आ गई हैं और अब 20 फरवरी से पहले डिलीवरी के लिए अस्पताल पहुंच रही हैं।
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अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता समाप्त करने का फैसला
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता को समाप्त करने का फैसला कर लिया है। अमेरिकी आव्रजन नीति में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इसका मतलब है कि, 20 फरवरी के बाद ऐसे पैरेंट्स के बच्चों को अपने आप नागरिकता नहीं मिलेगी, जो अमेरिका के नागरिक नहीं हैं या ग्रीन कार्ड धारक नहीं हैं। इसका असर अमेरिका में मौजूद लाखों बच्चों की नागरिकता पर पड़ेगा, जिनका जन्म भले ही अमेरिका में हुआ है लेकिन उनके माता-पिता वर्क वीजा पर वहां हैं। अमेरिकी संविधान में हुए 14वें संशोधन के मुताबिक जन्म के आधार पर नागरिकता देने का प्रविधान है। कई अमेरिकी वयस्क इस फैसले के खिलाफ हैं।
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सी-सेक्शन डिलीवरी कराना चाहती हैं प्रेग्नेंट महिलाएं
एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में न्यू जर्सी के डॉक्टर डी रामा ने बताया कि, उनके पास समय से पहले डिलीवरी करने के अनुरोध तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें से अधिकांश भारतीय महिलाएं हैं, जो अपनी प्रेग्नेंसी के 8वें या 9वें महीने में हैं। ये सभी 20 फरवरी से पहले सी-सेक्शन कराना चाहती हैं। खास बात है कि इनमें कई महिलाएं ऐसी हैं, जिनकी डिलीवरी में अभी महीनों का समय बाकी है। रामा ने बताया कि, सात महीने की प्रेग्नेंट महिला अपने पति के साथ आई थी और प्री टर्म डिलीवरी कराना चाहती थी। उनकी डिलीवरी मार्च के लिए ड्यू है।’
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मां और बच्चे के लिए बड़ा जोखिम
अस्पतालों में उमड़ती गर्भवती महिलाओं की भीड़ को देखते हुए एक डॉक्टर ने कहा कि, ‘मैं जोड़ों को यह बताने की कोशिश कर रही हूं कि अगर प्री टर्म डिलीवर संभव हैं, तो भी यह मां और बच्चे के लिए बड़ा जोखिम पैदा कर सकती है। इसकी जटिलताओं में अविकसित फेफड़े, कम वजन, न्यूरोलॉजिकल समस्याएं समेत कई बातें शामिल हैं।’ उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों में वह ऐसे 15 से 20 जोड़ों से बात कर चुकी हैं।

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