न्यूयॉर्क। रूस के पत्रकार दमित्री मुरातोव ने शांति के लिए मिले अपने नोबेल पुरस्कार की यूक्रेन के बच्चों की मदद के लिए धन जुटाने के वास्ते नीलामी कर दी। यह पुरस्कार सोमवार रात को 10.35 करोड़ डॉलर में बिका। नीलामी से मिलने वाली धनराशि का इस्तेमाल यूक्रेन में युद्ध से विस्थापित हुए बच्चों के कल्याण पर खर्च होगा।
यह भी पढ़ें : ज्ञानवापी कमीशन का आदेश देने वाले जज रवि कुमार पर ‘गिरा वज्रपात’!
नीलामी का आयोजन करने वाले ‘हेरिटेज ऑक्शन्स’ के प्रवक्ता ने हालांकि यह जानकारी नहीं दी की इस पुरस्कार को किसने खरीदा। माना जा रहा है कि किसी अन्य देश के व्यक्ति ने इसे खरीदा है। करीब तीन सप्ताह तक चली नीलामी प्रक्रिया ‘विश्व शरणार्थी दिवस’ के दिन समाप्त हुई। मुरातोव ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मुझे उम्मीद थी कि इसे बहुत समर्थन मिलेगा, मगर मुझे इतनी बड़ी राशि मिलने की उम्मीद नहीं थी।’’
यह भी पढ़ें : अब नहीं सताएगी ज्यादा बिजली बिल की चिंता, 25 साल तक रहेंगे टेंशन फ्री, जानिए कैसे
इससे पहले 2014 में जेम्स वॉटसन का नोबेल पुरस्कार सबसे अधिक 47.60 लाख डॉलर में बिका था। उन्हें डीएनए की संरचना की सह खोज के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया था। अक्टूबर 2021 में स्वर्ण पदक से सम्मानित मुरातोव ने स्वतंत्र रूसी अखबार ‘नोवाया गजेटा’ की स्थापना की थी और वह मार्च में अखबार के बंद होने के समय इसके प्रधान संपादक थे। यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर सार्वजनिक विरोध को दबाने और पत्रकारों पर रूसी कार्रवाई के चलते यह अखबार बंद कर दिया गया था।
यह भी पढ़ें : ‘योगा डे’ पर CM भूपेश बघेल ने किया योगासन, बोले- मनुष्य की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाता है योग
मुरातोव ने पुरस्कार की नीलामी से मिलने वाली 5,00,000 डॉलर की नकद राशि परमार्थ के लिए दान करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि यह राशि सीधे यूनिसेफ को जाएगी।नीलामी समाप्त होने के तत्काल बाद यूनिसेफ ने कहा कि उसे राशि प्राप्त हो गयी है। ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया एक जून को प्रारंभ हुई थी।
पुल का एक हिस्सा गिरने के बाद बाल्टीमोर में नए…
8 hours ago