Sheikh Hasina NID Locked: शेख हसीना पर बांग्लादेश ने उठाया बड़ा कदम.. परिवार को भी नहीं बख्शा, ले लिया यूनुस सरकार ने ये बड़ा फैसला..

यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब पिछले साल जुलाई-अगस्त के दौरान हुए सत्तापलट के बाद शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत में शरण ली थी।

Sheikh Hasina NID Locked: शेख हसीना पर बांग्लादेश ने उठाया बड़ा कदम.. परिवार को भी नहीं बख्शा, ले लिया यूनुस सरकार ने ये बड़ा फैसला..

Sheikh Hasina and family members NID Locked || Image- IBC24 News File

Modified Date: April 21, 2025 / 08:24 pm IST
Published Date: April 21, 2025 8:16 pm IST
HIGHLIGHTS
  • शेख हसीना और नौ परिजनों के एनआईडी आयोग ने “लॉक” कर दिए।
  • एनआईडी लॉक होने से कोई बदलाव या सत्यापन अब संभव नहीं होगा।
  • अंतरिम सरकार ने भारत से शेख हसीना को वापस भेजने की मांग की।

Sheikh Hasina and family members NID Locked: ढाका: बांग्लादेश के चुनाव आयोग के राष्ट्रीय पहचान (एनआईडी) पंजीकरण विंग ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके नौ परिजनों के राष्ट्रीय पहचान पत्र (एनआईडी) को “लॉक” कर दिया है। आयोग की ओर से 16 फरवरी को जारी आधिकारिक पत्र में इस फैसले की जानकारी दी गई, जिस पर राष्ट्रीय पहचान पंजीकरण विंग के महानिदेशक ए.एस.एम. हुमायूं कबीर के हस्ताक्षर हैं।

Read More: Tikamgarh Murder Case: बहू की इज्जत पर आई बात तो दमक उठा परिवार, पति और ससुर ने बदला लेने के लिए रचि खौफनाक साजिश, जानें माजरा 

जिन व्यक्तियों के एनआईडी को लॉक किया गया है, उनमें शेख हसीना के अलावा जीब अहमद वाजेद, साइमा वाजेद, शेख रेहाना (रेहाना सिद्दीक), ट्यूलिप रिजवाना सिद्दीक, अजमीना सिद्दीक, शाहीन सिद्दीक, बुशरा सिद्दीक, राडवान मुजीब सिद्दीक और तारिक अहमद सिद्दीक शामिल हैं।

 ⁠

Sheikh Hasina and family members NID Locked: चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, एनआईडी लॉक होने का मतलब है कि अब इन पहचान पत्रों की जानकारी में कोई बदलाव, सुधार या सत्यापन नहीं किया जा सकता। ऐसे एनआईडी दस्तावेज व्यावहारिक रूप से निष्क्रिय हो जाते हैं।

Read Also: Free Gaza Poster in Sambhal: संभल में लगाए गए ‘फ्री गाजा, फ्री फिलस्तीन” के पोस्टर.. असीम, सैफ अली और अरमान समेत 7 गिरफ्तार..

यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब पिछले साल जुलाई-अगस्त के दौरान हुए सत्तापलट के बाद शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत में शरण ली थी। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार कामकाज संभाल रही है। नई सरकार शेख हसीना और उनके परिजनों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक मामलों की जांच कर रही है और कई बार भारत से उन्हें वापस भेजने की मांग भी कर चुकी है।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown