अफगानिस्तान में शांति समझौते को झटका ? तालिबान ने खत्म किया आंशिक संघर्ष विराम

अफगानिस्तान में शांति समझौते को झटका ? तालिबान ने खत्म किया आंशिक संघर्ष विराम

अफगानिस्तान में शांति समझौते को झटका ? तालिबान ने खत्म किया आंशिक संघर्ष विराम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: March 2, 2020 3:49 pm IST

काबुल। तालिबान ने आंशिक संघर्ष विराम खत्म करने का ऐलान कर दिया है, और अब अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ आक्रामक अभियान फिर शुरू करने जा रहा है। इस आंशिक संघर्ष विराम की घोषणा चरमपंथियों और वाशिंगटन के बीच समझौते पर दस्तखत होने से पहले की गई थी। हालांकि, जिस तरह से तालिबान ने आंशिक संघर्ष विराम खत्म करने की बात कही है इससे सवाल उठ रहे हैं क्या अफगानिस्तान में शांति समझौते को झटका लग सकता है?

ये भी पढ़ें:पुलिस महकमे में बंपर तबादले, 27 थाना प्रभारियों का ट्रांसफर ऑर्डर जारी

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘हिंसा में कटौती…अब खत्म हो गयी है और हमारा अभियान सामान्य रूप से जारी रहेगा।’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते के मुताबिक, हमारे मुजाहिदीन विदेशी बलों पर हमला नहीं करेंगे लेकिन काबुल के प्रशासन वाले फोर्सेज के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा।’ यह घोषणा राष्ट्रपति अशरफ गनी के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह आंशिक संघर्ष विराम को कम से कम तब तक जारी रखेंगे जब तक अफगान अधिकारियों और तालिबान के बीच बातचीत शुरू नहीं हो जाती।

 ⁠

ये भी पढ़ें: शो के पहले पर्दे के पीछे की मस्ती, कपिल शर्मा शो की…

रक्षा मंत्रालय के लिये उप प्रवक्ता फवाद अमन ने कहा कि सरकार ‘देख रही है कि क्या संघर्ष विराम खत्म हो चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें देश में कहीं से अब तक बड़े हमले की जानकारी नहीं मिली है।’ समझौते पर शनिवार को हस्ताक्षर के बाद से ही तालिबान सार्वजनिक रूप से अमेरिका पर अपनी ‘जीत’ का जश्न मना रहा है।

ये भी पढ़ें: सड़क हादसे में मारे गए 4 ग्रामीणों के प्रति सीएम भू…

शर्तों के मुताबिक तालिबान की सुरक्षा गारंटी मिलने और अफगान सरकार से विद्रोहियों की ओर से बातचीत किए जाने के संकल्प पर अमल के बाद विदेशी बल 14 महीनों के अंदर अफगानिस्तान से चले जाएंगे। गनी ने सोमवार को विद्रोहियों को चेताया था कि वह दोहा समझौते के उस महत्वपूर्व बिंदु को लेकर प्रतिबद्ध नहीं हैं जिसके तहत हजारों तालिबान कैदियों की रिहाई की बात कही गई है।

ये भी पढ़ें: अमेरिका और इराक के बीच फिर से हो सकता है युद्ध, बगदाद के ग्रीन जोन में दागे ग…


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com