पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का नाम आगे आने से अटकलें तेज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का नाम आगे आने से अटकलें तेज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का नाम आगे आने से अटकलें तेज
Modified Date: February 15, 2024 / 05:12 pm IST
Published Date: February 15, 2024 5:12 pm IST

(एम जुल्करनैन)

लाहौर, 15 फरवरी (भाषा) पाकिस्तान में आश्चर्यजनक रूप से अगले प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का नाम आगे है और इसे उनके बड़े भाई नवाज शरीफ के राजनीतिक करियर के संभावित अंत के रूप में देखा जा रहा है।

नवाज शरीफ रिकॉर्ड चौथी बार इस प्रतिष्ठित पद को हासिल करने में असफल रहे हैं।

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पाकिस्तान में प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच चुनाव बाद का समझौता हो गया है जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ (72) देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं।

यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो तख्तापलट की आशंका वाले देश में अगले महीने की शुरुआत में छह-दलीय गठबंधन सरकार के सत्ता संभालने की संभावना है।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समेत तीनों दलों में से किसी को भी आठ फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीटें नहीं मिली हैं। इसलिए इनमें से कोई भी दल अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक देश में शक्तिशाली सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज शरीफ अपने 74 वर्षीय भाई नवाज शरीफ से आगे निकल गए हैं।

पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, प्रशासन और सरकार से जुड़े शक्तिशाली लोग नवाज की तुलना में शहबाज के साथ काम करने में अधिक सहज हैं।

हालांकि, नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज ने तुरंत अपने पिता के राजनीतिक करियर के बारे में अटकलों को खारिज करने की कोशिश की।

मरयम नवाज ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन खंडित जनादेश के बाद वह शीर्ष पद से हट गए हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता का राजनीतिक करियर अभी खत्म नहीं हुआ है। इस अनुमान में भी कोई सच्चाई नहीं है कि नवाज ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया है। वह संघीय और पंजाब सरकारों की निगरानी करेंगे और अपनी उचित भूमिका निभाएंगे। ’’

भाषा रवि कांत रवि कांत मनीषा

मनीषा


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