कोपेनहेगन (डेनमार्क),18 जून (एपी) दो सालों तक बंधक रहे और इस सप्ताहांत कैदियों की अदला-बदली में छोड़े गये यूरोपीय संघ के एक स्वीडन के राजनयिक ने मंगलवार को कहा कि उनकी रिहाई एक ‘ऐसा सपना थी, जिसपर मैं कभी-कभी विश्वास भी नहीं कर पाता था।’
राजनयिक जोहान फ्लोडेरूस और दूसरे स्वीडिश नागरिक सईद अजीजी ईरानी नागरिक हामिद नौरी के बदले में रिहा होने के बाद शनिवार को स्वीडन पहुंचे। नौरी को इस्लामी गणतंत्र (ईरान) में 1988 में किये गये सामूहिक नरसंहार में भूमिका निभाने को लेकर स्टॉकहोम में युद्ध अपराध का दोषी ठहराया गया था।
फ्लोडेरूस अप्रैल, 2022 में छुट्टियां मनाकर अपने दोस्तों के साथ जब ईरान से लौट रहे थे तब तेहरान हवाई अड्डे पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। महीनों बाद उनकी हिरासत की खबर परिजनों के प्रयासों के बाद सामने आ पाई।
फ्लोडेरूस ने कहा,‘‘ दो सालों बाद मैं आखिरकार आजाद शख्स हो गया हूं और परिवार व मंगेतर के पास पहुंच गया हूं और अब मैं शादी कर पाऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा सपना, जिसपर मैं कभी-कभी विश्वास भी नहीं कर पाता था…सच हुआ।’’
टेब्लॉयड अखबार ‘एक्सप्रेसन’ पर फ्लोडेरूस का एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह शनिवार को अपनी मंगेतर से प्रणय निवेदन करते हुए जान पड़ते हैं। वहां स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिसटेरसन भी नजर आ रहे हैं जो फ्लोडेरूस और अजीजी का स्वागत कर रहे हैं ।
ओमान ने ईरान और स्वीडन के बीच मध्यस्थता की, फलस्वरूप दोनों रिहा हो पाये।
स्वीडन में 2019 में नौरी की गिरफ्तारी के बाद संभवत: दोनों स्वीडिश नागरिक को ईरान में गिरफ्तार किया गया था।
एपी
राजकुमार पवनेश
पवनेश
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