तालिबान की क्रूरता, अल्पसंख्यक समुदाय के नौ लोगों को उतारा मौत के घाट : एमनेस्टी
अफगानिस्तान में हजारों अल्पसंख्यक समुदाय के कई सदस्यों के उत्पीड़न एवं हत्या के लिए तालिबान जिम्मेदार है। यह बात एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कही है।
बर्लिन। अफगानिस्तान में हजारों अल्पसंख्यक समुदाय के कई सदस्यों के उत्पीड़न एवं हत्या के लिए तालिबान जिम्मेदार है। यह बात एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कही है।
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अधिकार समूह ने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान में इसके शोधकर्ताओं ने गजनी प्रांत में प्रत्यक्षदर्शियों से बात की जिन्होंने बताया कि किस तरह तालिबान ने चार से छह जुलाई के बीच मुंदाराख्त के गांव में नौ लोगों की हत्या कर दी। इसने बताया कि छह लोगों की गोली मारकर हत्या की गई जबकि तीन लोगों को प्रताड़ित कर मार डाला गया।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के प्रमुख एग्नेस कालामार्ड ने कहा कि जघन्यता ‘‘तालिबान के पहले के रिकॉर्ड की याद दिलाता है और बताता है कि तालिबान का शासन कितना क्रूर हो सकता है।’’
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अधिकार समूह ने चेतावनी दी कि कई हत्याएं हुई होंगी लेकिन अभी तक उनके बारे में सूचना नहीं है क्योंकि तालिबान ने अपने कब्जे वाले कई इलाकों में फोन सेवाएं काट दी हैं ताकि तस्वीरें प्रकाशित नहीं हों।
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इससे इतर ‘रिपोर्टर्स विदाउट बोर्डर्स’ समूह ने बताया कि तालिबान के लड़ाकों ने जर्मन प्रसारक ‘ड्वेश वेले’ के लिए काम करने वाले अफगानिस्तान के एक पत्रकार के परिवार के सदस्य को मार दिया है। समूह के जर्मन शाखा की कात्जा ग्लोगर ने कहा, ‘‘तालिबान का क्रूर कृत्य दिखाता है कि अफगानिस्तान में स्वतंत्र मीडियाकर्मियों का जीवन काफी खतरे में है।’’
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