Agriculture Tax: अब गाय-भेड़ के डकारने पर भी देना होगा टैक्स! सरकार ने लिया चौंकाने वाला फैसला

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Agriculture Tax: अब गाय-भेड़ के डकारने पर भी देना होगा टैक्स! सरकार ने लिया चौंकाने वाला फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:33 pm IST
Published Date: October 12, 2022 11:55 am IST

नई दिल्ली। Agriculture Tax : आजकल लोगों को गाय-भैंस और भेड़ पालने का बहुत शौक होने लगा है। कैसा लगे अगर आपको पता चले की अब से गाय-भेड़ और बकरियों के डकारने पर भी आपको सरकार को टैक्स देना होगा। सुनने में ये अजीब जरूर लग रहा है लेकिन ऐसा होने वाला है। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

दरअसल, हम बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड की। न्यूजीलैंड दुनिया का एक पहला ऐसा देश बनने जा रहा है जो जनता से एग्रीकल्चर टैक्स वसूल करेगा। मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न की सरकार का मानना है कि गाय, भेड़ और बकरी के डकारने से जो गैसें निकलती हैं, उनसे पर्यावरण को नुकसान होता है। इसलिए यह टैक्स लगाया जा रहा है।

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2025 से यह लगाया जाएगा टैक्स

इसके साथ ही आपको बता दें कि प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न का कहना है कि टैक्स से जो पैसा मिलेगा, उसका इस्तेमाल किसानों से जुड़े कामों के रिसर्च पर किया जाएगा। कुछ महीने पहले इस टैक्स के लिए बिल तैयार किया गया था। किसानों ने इसका विरोध किया था, लेकिन अब सरकार ने यह साफ कर दिया है कि 2025 से यह टैक्स जरूर लगाया जाएगा।

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अब तक किसी और देश ने नहीं किया ऐसा

एक रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने तीन मंत्रियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि- ‘इस एग्रीकल्चर एमिशन स्कीम को हम टैक्स नहीं कहना चाहते। इससे जो पैसा मिलेगा, उसका इस्तेमाल किसानों की भलाई से जुड़े रिसर्च पर ही होगा। 2025 से किसानों को मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोज ऑक्साइड उत्सर्जन यानी एमिशन पर टैक्स देना होगा।’ अर्डर्न ने आगे कहा- ‘इस कदम से न्यूजीलैंड के किसान दुनिया में ग्रीन हाउस गैस एमिशन को कम करने में मदद कर सकेंगे। दुनिया में अब तक किसी और देश ने ऐसा नहीं किया।’

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जानवरों के यूरिन से होता है नुकसान

बताया गया कि न्यूजीलैंड सरकार का मानना है कि जानवरों के मल-मूत्र से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। टैक्स प्रपोजल लाने से पहले न्यूजीलैंड सरकार ने एक एक्सपर्ट पैनल से ग्रीन हाउस गैसों पर रिसर्च कराया था। इसमें कहा गया था कि गाय या भैंस की डकार से मीथेन और यूरिन से नाइट्रोज ऑक्साइड निकलती है और इससे नुकसान होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि न्यूजीलैंड की आबादी करीब 50 लाख है और यहां करीब 1 करोड़ से ज्यादा गाय-भैंसें है। इसके अलावा करीब ढाई करोड़ भेड़ हैं। देश के कुल ग्रीन हाउस एमिशन का आधा इन जानवरों की वजह से होता है। इसलिए न्यूजीलैंड सरकार की एनवायर्नमेंट मिनिस्ट्री पहले ही कह चुकी है कि 2050 तक वो कार्बन उत्सर्जन शून्य के करीब पहुंचाना चाहती है।

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