गुयाना के नेतृत्व ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अटूट समर्थन व्यक्त किया

गुयाना के नेतृत्व ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अटूट समर्थन व्यक्त किया

गुयाना के नेतृत्व ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति अटूट समर्थन व्यक्त किया
Modified Date: May 26, 2025 / 10:06 am IST
Published Date: May 26, 2025 10:06 am IST

जॉर्जटाउन, 26 मई (भाषा) कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपने देश के अटूट समर्थन को दोहराया।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह यहां पहुंचा।

जॉर्जटाउन स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने ‘‘गुयाना के उपराष्ट्रपति डॉ. भरत जगदेव से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम, ऑपरेशन सिंदूर और सिंधु जल संधि पर भारत की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया तथा आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की दृढ़ नीति को रेखांकित किया।’’

 ⁠

इसने कहा, ‘‘माननीय उपराष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में गुयाना के अटूट समर्थन को दोहराया।’’

थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति भवन में जगदेव के साथ बैठक की जो ‘‘बेहतरीन’’ रही।

सांसद ने कहा, ‘‘उन्होंने (जगदेव ने) हाल की घटनाओं के मद्देनजर भारत की चिंताओं को लेकर समझ और गहरी सहानुभूति व्यक्त की। इसके अलावा हमारी बातचीत में तेल और गैस की खोज के बाद गुयाना की विकास योजनाओं और उसकी रिकॉर्ड-तोड़ 30 प्रतिशत वार्षिक आर्थिक वृद्धि से संबंधित कई विषयों पर भी चर्चा हुई।’’

थरूर ने कहा, ‘‘कृषि से लेकर दूरसंचार, बैंकिंग और राजमार्ग विकसित करने तक के क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के लिए बड़ी संख्या में अवसरों का उल्लेख किया गया। गुयाना में भी श्रमिकों की कमी है और वह भारतीय श्रमिकों का भी स्वागत करेगा।’’

प्रधानमंत्री फिलिप्स ने गुयाना के 59वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बर्बिस में भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की।

उच्चायोग ने कहा, ‘‘भारत-गुयाना सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने माननीय प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर और भारत की आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के बारे में जानकारी दी। माननीय प्रधानमंत्री ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के कदमों के प्रति गुयाना के समर्थन और समझ को दोहराया।’’

भाषा

सिम्मी नेत्रपाल

नेत्रपाल


लेखक के बारे में