Donald Trump on China: ‘अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, नुकसान नहीं’ टैरिफ विवाद के बीच ट्रंप का बदला रुख! अमेरिका-चीन रिश्तों में नया मोड़
डोनाल्ड ट्रंप का चीन को लेकर एक नया बयान तब आया है जब अमेरिका-चीन के बीच टैरिफ और व्यापार विवाद एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पूर्व राष्ट्रपति का ये नरम रुख़ न सिर्फ़ अंतरराष्ट्रीय हलकों में चर्चा का विषय बना है।
Donald Trump on China, image source: ANI
- डोनाल्ड ट्रंप का चौंकाने वाला बयान।
- ट्रंप ने बताया कि वो चीन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते।
- विश्लेषक बोले ट्रंप अब सहयोगी विदेश नीति की ओर रूख कर रहे।
Donald Trump on China: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक चौंकाने वाला बयान शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि ‘अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, चीन की चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।’ ये बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और चीन के बीच आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को लेकर एक बार फिर तनाव की स्थिति बन रही है।
ट्रंप ने अपने पोस्ट में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘शी जिनपिंग के साथ अभी-अभी बुरा दौर आया है लेकिन मैं चीन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता।’ उनके इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक हलकों में नई चर्चाओं को जन्म दिया है। ट्रंप का ये बयान कई तरीकों से अहम माना जा रहा है। एक तरफ़ जहां बाइडन प्रशासन चीन के साथ राजनैतिक दूरी बनाए रखने की नीति पर काम कर रहा है, वहीं ट्रंप का ये नरम रुख़ उनकी भविष्य की राजनीतिक योजनाओं का संकेत माना जा रहा है। बहुत से एनालिस्ट का मानना है कि ट्रंप अपने अगले चुनाव अभियान के लिए एक नई विदेश नीति की छवि गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जहाँ वो ‘व्यापार और सहयोग” को टकराव से ऊपर रख रहे हैं।
अमेरिका की नीति में संभावित बदलाव
Donald Trump on China: ट्रंप और शी जिनपिंग के संबंध में पहले भी उतार-चढ़ाव आते जाते रहे हैं। अपने राष्ट्रपति कार्यकाल (2017–2021) के दौरान ट्रंप ने चीन पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे और कोविड-19 महामारी के लिए भी बीजिंग को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बावजूद उन्होंने कई बार कहा था कि उनके और शी के ‘व्यक्तिगत रिश्ते अच्छे हैं’। ये नया सोशल मीडिया पोस्ट ऐसे समय में सामने आया है जब विश्व के व्यापारिक बाजार चीन की आर्थिक मंदी और अमेरिका की नीति में संभावित बदलावों को लेकर पहले से उलझन में हैं।
अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं
ट्रंप के बयान से अमेरिकी निवेशकों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में ये संदेश जा सकता है कि अगर वो दोबारा सत्ता में आते हैं, तो वो चीन के साथ टकराव की बजाय संवाद का रास्ता अपनाएंगे। हालांकि व्हाइट हाउस या चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से ट्रंप के इस बयान पर अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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