टुल्सा (अमेरिका), एक अगस्त (एपी) । अमेरिका में 1921 में टुल्सा जातीय नरसंहार में मारे गए लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए यहां एक कब्रिस्तान से निकाले गए 19 शवों को प्रदर्शनकारियों की आपत्ति के बावजूद फिर से दफना दिया गया। स्वयं को नरसंहार के एक पीड़ित की रिश्तेदार बताने वाली केली बटलर ने ‘केटीयूएल टीवी’ से कहा, ‘‘वे हमारे परिवार के सदस्य हैं और यह अत्यंत घृणित एवं अपमानजनक है कि हम उस (कब्रिस्तान के) द्वार के अंदर खड़े होने के बजाय गेट के बाहर हैं।’’
प्रदर्शनकारियों ने शवों को शुक्रवार को फिर से दफनाए जाने के मामले की आपराधिक जांच कराए जाने की मांग की है। इस बीच, ओकलाहोमा प्रतिनिधि सभा की सदस्य रेगिना गुडविन ने बताया कि जांचकर्ताओं को अवशेषों में से एक की खोपड़ी में गोली लगने के निशान मिले हैं और ऐसा लगता है कि नरसंहार के मामले की जांच एक दिशा की ओर आगे बढ़ रही है।
फोरेंसिक मानवविज्ञानी फोबे स्टबलफील्ड ने कहा है कि एक शव से गोली मिली है। उन्होंने कहा कि किसी भी शव के नरसंहार में मारे गए व्यक्ति का शव होने की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फॉरेंसिक और डीएनए सबूत एकत्र कर लिए गए हैं।
Read More: छत्तीसगढ़ सरकार की स्वास्थ्य सहायता योजनाओं से संभव हुआ 6 माह की ताक्षी का लिवर ट्रांसप्लांट, नया जीवन मिला
कुछ प्रदर्शनकारी ने मांग की कि शवों को पुन: दफनाए जाने की प्रक्रिया स्थगित की जाए, लेकिन शहर प्रशासन के प्रवक्ता मिशेल ब्रूक्स ने कहा कि अवशेषों को निकालने की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए उन्हें फिर से दफनाने की योजना की आवश्यकता थी।
ब्रूक्स ने कहा कि अवशेषों की फोरेंसिक और डीएनए संबंधी जांच के लिए सभी नमूने एकत्र कर लिए गए हैं, लेकिन उनके संभावित वंशजों के साथ डीएनए मिलाने में कई साल लग सकते हैं।
चाकू से हमले की घटना के बाद फिर खुला सिडनी…
5 hours agoभारत और अमेरिका के बीच लड़ाकू इंजन के संबंध में…
6 hours agoनेतन्याहू ने संयम के आह्वान को खारिज करते हुए कहा,…
14 hours ago