संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन: जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने पर जोर

संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन: जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने पर जोर

संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन: जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने पर जोर
Modified Date: November 16, 2025 / 08:07 pm IST
Published Date: November 16, 2025 8:07 pm IST

बेलेम (ब्राजील), 16 नवंबर (एपी) संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में ब्राज़ीलियाई मेज़बान सत्र के अंत में बड़े लक्ष्यों की घोषणाओं की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य उन पिछले वादों के ‘‘कार्यान्वयन’’ पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं।

जलवायु परिवर्तन की तात्कालिकता के कारण कुछ वार्ताकार व्यापक दृष्टिकोण से कार्रवाई करने पर ज़ोर दे रहे हैं-जैसे ऊष्मा-अवशोषित करने वाली गैसों के उत्सर्जन में कटौती की कमज़ोर योजनाएं, जलवायु परिवर्तन से जूझ रहे देशों की मदद के लिए अपर्याप्त धनराशि, और कोयला, तेल व गैस को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाना।

वार्ता की अध्यक्षता कर रहे राजनयिक ने ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईज़ इनासियो लूला दा सिल्वा के दबाव के कारण शनिवार को कहा कि वह वार्ता के अंत में जारी किए जाने वाले वक्तव्य, जिसे कभी-कभी निर्णय या आवरण पाठ भी कहा जाता है, पर विचार करेंगे।

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सेंटर फॉर बायोलॉजिकल डायवर्सिटी की अनुभवी पर्यवेक्षक जीन सू ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीज़ें बदल गई हैं, जो बहुत अच्छी बात है। इसलिए मुझे लगता है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि हमें किसी प्रकार का निर्णय पत्र मिलेगा और हमें आशा है कि विशेष रूप से, जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए कुछ प्रतिबद्धता होगी।’’

ग्रीनपीस इंटरनेशनल के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम निदेशक और पूर्व फिलीपीनी वार्ताकार जैस्पर इन्वेंटर ने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि इस बार जो दांव पर लगा है, वह शायद पिछले कई सीओपी (जलवायु सम्मेलनों) से कहीं अधिक है क्योंकि आप महत्वाकांक्षाओं में भारी अंतर देख रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां बहुत उम्मीदें हैं, बहुत उत्साह है, लेकिन राष्ट्रपति लूला ने कई राजनीतिक संकेत भी दिए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सीओपी के बीच में हैं, और सीओपी के बीच में आमतौर पर वार्ताकार एक-दूसरे से मिलते हैं। अगले हफ़्ते, यहां वार्ता होगी, जहां मंत्रियों द्वारा राजनीतिक निर्णय लिए जाएंगे।’’

संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष और पूर्व जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक, जो इनमें से 10 सत्रों में शामिल हो चुकी हैं, ने शनिवार सुबह कहा कि उन्हें बेलेम में ‘‘नयी गति’’ दिखाई दे रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम जलवायु संकट से तभी मिलकर लड़ सकते हैं जब हम एक मजबूत शमन लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हों। इसका मतलब जीवाश्म ईंधन के उपयोग से दूरी बनाना और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश करना भी है।’’

शुरुआत में जब देशों ने इन मुद्दों पर ध्यान देने की इच्छा जताई, तो सीओपी के अध्यक्ष और ब्राज़ीलियाई राजनयिक आंद्रे कोरेआ डो लागो ने विशेष छोटी बैठकें आयोजित कीं ताकि यह तय किया जा सके कि विवादास्पद विषयों पर चर्चा की जानी चाहिए या नहीं।

लागो ने शनिवार शाम एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘सभी पक्ष तय करेंगे कि वे कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं।’’

एपी

सुभाष नेत्रपाल

नेत्रपाल


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