अमेरिका ने लोगों को प्याज खाने से किया मना, अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC ने जारी किया अलर्ट..ये बीमारी बनी वजह

अमेरिका ने लोगों को प्याज खाने से किया मना, अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC ने जारी किया अलर्ट..ये बीमारी बनी वजह

अमेरिका ने लोगों को प्याज खाने से किया मना, अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC ने जारी किया अलर्ट..ये बीमारी बनी वजह
Modified Date: November 29, 2022 / 07:54 pm IST
Published Date: August 7, 2020 9:14 am IST

वाशिंगटन। कोरोना संक्रमण के बीच अमेरिका और कनाडा में प्याज के कारण एक तरह का बैक्टीरियल संक्रमण तेजी से फैल रहा है, प्याज से फैलने वाले इस संक्रमण को देखते हुए अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने अलर्ट जारी कर दिया है।

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अमेरिका में प्याज खाने के कारण 400 से ज्यादा लोग बीमार हो गए, लाल और पीली प्याज के कारण अमेरिका के 34 स्टेट्स में इंफेक्शन फैल चुका है। साथ ही कनाडा में भी 50 से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं। मामला पकड़ में आने पर सीडीसी ने इसे लेकर चेतावनी दी है कि लोग फिलहाल प्याज खाने से परहेज करें। ये प्याज एक खास कंपनी थॉमसन इंटरनेशनल द्वारा बाजार तक लाए गए थे।

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मई में कंपनी से होते हुए लाल और लगभग सारी ही तरह की प्याज की किस्में अमेरिका के सारे स्टेट्स तक पहुंच गईं, अब इस्तेमाल में आना शुरू होने के बाद संक्रमण के मामले आने लगे। तब चेतावनी दी गई कि लोग प्याज न खाएं या जमा कर रखा हो तो उसे फेंक दें। चूंकि बैक्टीरियल संक्रमण संक्रामक है इसलिए ये भी कहा जा रहा है कि जिस भी जगह या बर्तन में प्याज रखा हो, उसे भी अच्छी तरह से सैनेटाइज किया जाए।

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साल्मोनेला एक तरह का बैक्टीरिया है, जो आंतों पर अटैक करता है। खाने की चीजों के साथ-साथ अंडे, चिकन और फल-सब्जियों में भी ये बैक्टीरिया पाया जाता है। कई बार ये एग्जोटिक फूड खाने के शौकीनों के कारण भी फैलता है, जैसे चीन में सांप या छिपकली खाने वालों के कारण साल्मोनेला फैल सकता है। साल्मोनेला के बारे में कई स्टडीज हो चुकी हैं। इनके मुताबिक इस संक्रमण के 87% मामले सीधे-सीधे दूषित खाना खाने से होते हैं। 10 प्रतिशत मामले एक संक्रमित से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति तक फैलते हैं, जबकि 3 प्रतिशत मामले संक्रमित जानवरों से लोगों तक जाते हैं।

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साल्मोनेला बैक्टीरिया से संक्रमित खाना खाने पर ये आंतों में पहुंचकर संक्रमण फैलाने लगता है। इससे मरीज में पेट दर्द, उल्टी, बुखार, सिर दर्द और आंखों में तेज दर्द जैसे लक्षण दिखने लगते हैंं। आमतौर पर कमजोर इम्यून सिस्टम वालों में ये लक्षण और गंभीर होकर सामने आते हैं।

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भारत में भी इस बैक्टीरियल संक्रमण के मामले आ चुके हैं, साल 2019 में एक बेहद मशहूर मसाला कंपनी के सांबर मसालों में साल्मोनेला बैक्टीरिया पाए गए, जिसके बाद मसालों की कई लॉट्स हटा दी गई थीं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में इस बैक्टीरिया के कारण हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com