Indian Army Jobs: बदल रहे सेना भर्ती के नियम, 4 साल की नौकरी के बाद सभी सैनिक होंगे रिटायर!

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया है कि टूर ऑफ़ ड्यूटी के अंतिम प्रारूप पर बहुत चर्चा हुई है और कुछ नए सुझाव प्रस्तावित किए गए हैं।

Indian Army Jobs: बदल रहे सेना भर्ती के नियम, 4 साल की नौकरी के बाद सभी सैनिक होंगे रिटायर!
Modified Date: November 29, 2022 / 08:34 pm IST
Published Date: May 28, 2022 4:16 pm IST

Indian Army Jobs

Army recruitment rules: नई दिल्ली। टूर ऑफ़ ड्यूटी योजना के तहत तीनों सेवाओं (थल सेना, नौसेना और वायु सेना) में भर्ती की नई प्रणाली में कुछ आमूल-चूल परिवर्तन प्रस्तावित किए गए हैं। इसके तहत भर्ती किए गए सैनिकों में से 100 प्रतिशत चार साल बाद सेवा से मुक्त किए जाएंगे। इसके बाद फिर 25 प्रतिशत को पूर्ण सेवा के लिए पुनः सूचीबद्ध किया जाएगा।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च पदस्थ सूत्रों ने सूचित किया है कि टूर ऑफ़ ड्यूटी के अंतिम प्रारूप पर बहुत चर्चा हुई है और कुछ नए सुझाव प्रस्तावित किए गए हैं। उन्हें स्वीकार किए जाने की संभावना है क्योंकि नई भर्ती योजना की घोषणा अब किसी भी दिन होने की उम्मीद है।

read more: छोटे कद के बावजूद खतरनाक तेज गेंदबाजों का सामना सीखने के लिये गावस्कर के वीडियो देखें : मियांदाद

 ⁠

पहले शुरुआत में इस बात के प्रस्ताव दिए गए कि कुछ प्रतिशत सैनिकों को प्रशिक्षण सहित तीन साल की सेवा के बाद रिटायर किया जाएगा। कुछ को पांच साल की संविदा सेवा के बाद निकाला जाएगा। सिर्फ 25 प्रतिशत को पूर्ण अवधि के लिए बनाए रखा जाएगा। नए प्रस्ताव में कुछ बदलाव किए गए हैं। चार साल की नौकरी पूरी होने के बाद सभी को रिटायर कर दिया जाएगा। हालांकि, रिटायरमेंट के लगभग 30 दिनों के भीतर 25 प्रतिशत सैनिकों को वापस बुला लिया जाएगा। उनके शामिल होने के लिए एक नई तारीख दी जाएगी। उनकी पिछले चार वर्षों की संविदा सेवा को वेतन और पेंशन के निर्धारण के लिए उनकी पूर्ण सेवा में नहीं गिना जाएगा। ऐसे में सरकार को बड़ी रकम की बचत होने की उम्मीद है।

read more: तमिलनाडु, कर्नाटक ने इंडियन ओपन सर्फिंग के दूसरे दिन दबदबा बनाया

सैनिकों के कुछ ट्रेडों के लिए कुछ अपवाद

Army recruitment rules: सूत्रों का कहना है कि तीनों सेवाओं में सैनिकों के कुछ ट्रेडों के लिए कुछ अपवाद होंगे, जिसमें उनकी नौकरी की तकनीकी प्रकृति के कारण उन्हें चार साल की संविदा सेवा से परे रखा जा सकता है। इनमें आर्मी मेडिकल कोर में सेवारत कर्मी भी शामिल हो सकते हैं।

एक प्रस्ताव यह भी था कि तकनीकी रूप से प्रशिक्षित सैनिकों को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से सीधे भर्ती किया जाना चाहिए ताकि उनके तकनीकी प्रशिक्षण पर अधिक समय खर्च न हो। सेना प्रशिक्षण कमान को इस संबंध में एक अध्ययन करने का काम सौंपा गया था, जिसके परिणाम का अभी पता नहीं चला है।

read more: महिला डॉक्टर का बिकिनी अवतार, बोल्ड तस्वीरों से लगाई इंटरनेट पर आग

सेना में लगभग दो वर्षों से कोई भर्ती नहीं होने के कारण उन क्षेत्रों के युवाओं में काफी चिंता है जो पारंपरिक भर्ती की चाह रखते हैं। भर्ती में देरी को लेकर हरियाणा के साथ-साथ पंजाब में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com