9-12वीं तक की कक्षाओं के सिलेबस में होगी 30 प्रतिशत की कटौती, कोरोना संकट के चलते CBSE ने लिया फैसला

9-12वीं तक की कक्षाओं के सिलेबस में होगी 30 प्रतिशत की कटौती, कोरोना संकट के चलते CBSE ने लिया फैसला

9-12वीं तक की कक्षाओं के सिलेबस में होगी 30 प्रतिशत की कटौती, कोरोना संकट के चलते CBSE ने लिया फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: July 7, 2020 12:58 pm IST

नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन ने कोरोना वायरस के मद्देनजर छात्रों को बड़ी राहत दी है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को बताया कि सीबीएसई ने कोरोना संकट के चलते 9-12वीं तक की कक्षाओं के सिलेबस को 30 प्रतिशत कम करने का फैसला लिया है। लेकिन मुख्य अवधारणाओं को बरकरार रखा जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस फैसले को लेकर मंत्रालय के पास शिक्षाविदों के 1,500 से अधिक सुझाव आए। इसके साथ ही सीबीएसई द्वारा नए सत्र 2020-21 का नया करीकुलम छात्रों के लिए जारी कर दिया है।

Read More: मंत्रियों के आरोपों पर रमन सिंह का जवाब, अगर 15 साल में घोटालों की बात कर रहें हैं, तो जांच क्यों नहीं करवाते?

मंगलवार शाम बोर्ड ने ट्विटर पर इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसके तहत नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 एकेडमिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं के कोर्स में एक-तिहाई कमी की जा सकती है। एचआरडी मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘देश और दुनिया में पनपे हालातों के मद्देनजर सीबीएसई को पाठ्यक्रम को संशोधित करने और कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए कोर्स के दबाव को कम करने की सलाह दी गई थी।’ एचआरडी मंत्री ने आगे कहा कि सीखने की उपलब्धि के महत्व को ध्यान में रखकर, मुख्य कॉन्सेप्ट्स को बरकरार रखते हुए सिलेबस को 30 फीसदी तक कम करने का निर्णय लिया गया है।

 ⁠

Read More: राजधानी रायपुर में फिर मिले 40 नए कोरोना मरीज, बिरगांव इलाके से सामने आए सबसे अधिक संक्रमित

बतौर रिपोर्ट्स पाठ्यक्रम घटाने पर काम कर रही कमेटी ने विभिन्न स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों, राज्यों, शिक्षाविद और शिक्षकों के सुझावों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर ली है। हालांकि, इस दौरान कमेटी ने इस बात का ख्याल रखा है कि एक पूरा चैप्टर या हटाने की उन टॉपिक्स को हटाया जाए, जो या तो दोहराए गए है या जिसे अन्य अध्यायों के तहत कवर किया जा सकता है। दरअसल, कोरोना और लॉकडाउन के कारण समय और पढ़ाई को हुए नुकसान के मद्देनजर बोर्ड इस पर विचार कर रही है। बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए पूरे देश में छात्रों के सिलेबस को लेकर चर्चा हो रही थी, जिसे लेकर अभ‍िभावकों ने भी सोशल मीडिया के जरिए सिलेबस को घटाने की मांग की थी।

Read More: छत्तीसगढ़ में नहीं बनना चाहिए कोई ‘विकास दुबे’, पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को DGP डीएम अवस्थी का सख्त निर्देश


लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"