डॉक्टर नहीं भगवान! अपने मुंह से सांसे देकर नवजात को मौत के मुंह से खींच लाई डॉक्टर, IAS ने शेयर किया अनोखा वीडियो |

डॉक्टर नहीं भगवान! अपने मुंह से सांसे देकर नवजात को मौत के मुंह से खींच लाई डॉक्टर, IAS ने शेयर किया अनोखा वीडियो

डा. सुरेखा चौधरी ने मशीन से ऑक्सिजन देने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। नवजात बेटी की सांसों की डोर टूटती, इससे पहले ही महिला चिकित्सक ने मुंह से सांस देना शुरू कर दिया।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : September 23, 2022/11:19 am IST

The doctor breathing through his mouth: आगरा। डाक्टर को यूं नहीं धरती का भगवान कहा जाता। कई बार यह बातें सिद्ध हो चुकी हैं, अब एक ऐसा ही वीडियो आईएएस सुमिता मिश्रा ने शेयर किया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो आगरा के एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां कार्यरत डॉ. सुरेखा चौधरी ने एक नवजात को मौत के मंुह से वापस लायी है।

दरअसल, एत्मादपुर में प्रसव के बाद नवजात शिशु को मुंह से सांसें देकर महज सात मिनट के भीतर ही महिला चिकित्सक डा. सुरेखा चौधरी ने मासूम को मौत के मुँह से खींच लाई। हालाकि यह वीडियो काफी पुराना है लेकिन एक बार फिर इस वीडियो को आईएएस सुमिता मिश्रा ने ट्वीटर पर शेयर किया है।

बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एत्मादपुर पर बुर्जगंगी निवासी खुशबू को 08 मार्च को प्रसव पीड़ा होने पर आशा सुशीला ने भर्ती कराया था। खुशबू ने बेटी को जन्म दिया लेकिन नवजात सांस नहीं ले पा रही थी। डा. सुरेखा चौधरी ने मशीन से ऑक्सिजन देने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। नवजात बेटी की सांसों की डोर टूटती, इससे पहले ही महिला चिकित्सक ने मुंह से सांस देना शुरू कर दिया।

The doctor breathing through his mouth: स्टाफ द्वारा मोबाइल से बनाए गए वीडियो में डा. सुरेखा खून से लथपथ नवजात को मुंह से सांस देने और उसके सीने पर पंप कर दिखाई दे रही हैं। किलकारी मारते ही चिकित्सक की आंखों में जंग जीतने जैसी चमक आ गई थी, वहीं प्रसूता की आंखों में खुशी के आंसू। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो देखने के बाद लोग महिला चिकित्सक की प्रशंसा कर रहे हैं।

चिकित्सक की नेकदिली की कायल खुशबू कहती हैं, डाक्टर मेडम हमारे लिए भगवान हैं। उनकी वजह से मेरी बेटी की जान बच सकी और आज हमारे आंगन में खुशियां हैं। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म के बाद प्रयास करतीं महिला चिकित्सक का उन्होंने तभी शुक्रिया किया था।

वहीं डा. सुरेखा का कहना है कि 22 वर्षीय खुशबू का पहला प्रसव था। जन्म के बाद बेटी की सांसें नहीं चल रही थीं। थोड़ी देर के प्रयास के बाद उसकी सांस लौट आई। बच्ची का वजन कम था लेकिन अब दोनों स्वस्थ हैं। वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों के फोन आ रहे हैं। मुझे बधाई दे रहे हैं। मैं भी एक मां हूं। महिला के जीवन में बच्चे की क्या महत्ता है, इसका भान है। पेशे से चिकित्सक होने के नाते यही मेरा कर्तव्य है।

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